जिले में अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में होगा खेल महाकुंभ का आगाज

 डीएम ने ली जिला स्तरीय आयोजन समिति की बैठक

 प्रतिभागियों को सुरक्षित व सुगम वातावरण में मिलेगा अपने हुनर के प्रदर्शन का अवसर: डीएम

पौड़ी गढ़वाल: खेल महाकुंभ 2024 की तैयारी को लेकर कैबिनेट मिनिस्टर उत्तराखंड सरकार श्रीमती रेखा आर्य द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में खेल महाकुंभ 2024 को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए जिला स्तरीय आयोजन समिति की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

गौरतलब हो कि खेल महाकुंभ-2024 का शुभारंभ 4 अक्टूबर 2024  को अल्मोड़ा जिले से प्रारंभ किया जाएगा। जनपद पौड़ी गढ़वाल में खेल महाकुंभ की प्राथमिक/न्याय पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ अक्टूबर के प्रथम पखवाड़े में शुरू किया जाएगा। न्याय पंचायत स्तर की खेल प्रतियोगिताएं 31 अक्टूबर तक संपन्न होगी।  विकासखण्ड स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताएं 25 अक्टूबर से 15 नवंबर 2024 तक जबकि जनपद स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताएं 16 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक सम्पन्न होगी। जिलाधिकारी ने आयोजन समिति को स्पष्ट निर्देश दिये कि खेल प्रतियोगिताओं को पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराया जाए। ताकि दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में छिपी अकूत प्रतिभाओं को विश्व पटल पर प्रदर्शन का अवसर मिल सके।

खेल महाकुंभ को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए जिलाधिकारी ने न्याय पंचायत व  विकासखण्ड स्तरीय आयोजन समितियों का समय से गठन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने युवा कल्याण विभाग, खेल विभाग, शिक्षा विभाग व पंचायत राज विभाग को आपसी समन्वय स्थापित करते हुए एक ओर जहां सभी तैयारियां समय से पूरी करने के निर्देश दिए। वहीं स्वास्थ्य विभाग, पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था व साफ सफाई जैसे अन्य पहलुओं पर अमल करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

खेल महाकुंभ 2024 में न्याय पंचायत स्तर के प्रथम तीन उत्कृष्ट प्रतिभागियों को क्रमशः 300, 200 व 150 रुपए, विकासखण्ड स्तर के प्रथम तीन उत्कृष्ट प्रतिभागियों को क्रमशः 500, 400 व 300 जबकि जनपद स्तर के प्रतिभागियों को क्रमशः 800, 600 व 400 की धनराशि  पुरस्कार स्वरूप डीबीटी से माध्यम से सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी।

खेल महाकुंभ 2024 में प्रतिभागियों की आयु वर्गीकरण के अनुसार अंडर-14 में (11 से 14 वर्ष), अंडर-17 में (15 से 17 वर्ष), अंडर-20 में (18 से 20 वर्ष) अंदर- 23 में (21 से 23 वर्ष ) जबकि दिव्यांगजनो के लिए यह आयु (14 से 23 वर्ष) निर्धारित की गई है।

न्याय पंचायत स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में दो आयु वर्ग अंडर-14 व अंडर-17 (बालक- बालिका), विकासखण्ड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में तीन आयु वर्ग अंडर-14 अंडर-17 व अंडर-20 (बालक-बालिका) के लिए चार खेल विधाएं कबड्डी, एथलेटिक्स, वॉलीबॉल व खो-खो शामिल है। जबकि जनपद स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं में अंडर-14, अंडर-17, अंडर-20 में (बालक-बालिका) वर्ग में कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, फुटबॉल, जूडो, बॉक्सिंग, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, कराटे, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, मुर्गा झपट, मलखम्ब व हॉकी प्रतियोगिताएं शामिल है। जनपद स्तरीय अंडर-23 (बालक बालिका) वर्ग की खेल प्रतियोगिताओं में कबड्डी, वॉलीबॉल, बास्केटबाल, बैडमिंटन व एथलेटिक्स केवल पांच खेल विधाएं शामिल है।

      बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र सेठ, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर पारुल गोयल, जिला युवा कल्याण अधिकारी रविंद्र फोनिया, जिला क्रीड़ा अधिकारी संदीप ढूकलान, ईओ नगर पालिका परिषद पौड़ी गौरव भसीन सहित विकास खंड स्तरीय अधिकारियों में खंड शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।

अन्य खबर खेल-कूद