एमबीपीजी कॉलेज में धरने पर बैठे छात्रनेता, प्राचार्य और सीओ सिटी को बर्खास्त करने की मांग

एमबीपीजी कॉलेज में धरने पर बैठे छात्रनेता, प्राचार्य और सीओ सिटी को बर्खास्त करने की मांग

हल्द्वानी : एमबीपीजी कॉलेज में प्रवेश के मुद्दे पर छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी है। वे कॉलेज और प्राचार्य सीओ सिटी शांतनु परासर को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि सीओ सिटी की उपस्थिति में उन्हें पुलिस की लाठियों से बेरहमी से पीटा गया। ऐसे में दोनों की बर्खास्तगी के कम पर वह मानने के लिए तैयार नहीं हैं।

एमबीपीजी के छात्र संगठन सभी 10 हजार आवेदकों को प्रवेश देने की मांग कर रहे हैं। शनिवार को टेंट लगाकर बैठे छात्रनेता नारेबाजी व प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी को प्रवेश देने की मांग पर एबीवीपी व एनएसयूआई जैसे संगठनों बीते दो माह से आंदोलन शुरू किया है। छात्रनेताओं ने इसी मुद्दे पर 12 नवंबर को कालेज में तोडफ़ोड़ करते हुए प्रवेश कार्य बंद करा दिया था। जिसमें बाद में पुलिस को लाठियां भी फटकारनी पड़ीं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता कौशल बिरखानी व रश्मि लमगडिय़ा के नेतृत्व में शनिवार को भी धरना प्रदर्शन जारी है।

छात्रनेता कौशल बिरखानी ने बताया कि उनकी मांगों पर जब तक कार्रवाई नहीं होती है, तब तक वह चुप बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने कालेज प्रशासन व शासन से मांग की है कि आवेदन करने वाले प्रत्येक छात्र-छात्रा को शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। सभी को प्रवेश देना शासन को सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए चाहे तो कालेज प्रशासन सांध्यकालीन कक्षाएं भी संचालित कर सकता है। जिसमें अतिरिक्त छात्र-छात्राओं को दूसरी पाली में पढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कालेज में घटाई गई सीटों को बहाल करते हुए 20 फीसद तक और ज्यादा बढ़ाए जाने की मांग की है। छात्रनेता कालेज में कम किए गए करीब 55 शिक्षकों को फिर से बहाल करने की मांग कर रहे हैं। जिससे छात्रों की सीटें कम करने की नौबत नहीं आए।

अन्य खबर