देहरादून। केंद्र सरकार ने उड़ान योजना के तहत उत्तराखंड में सात हेली सेवाओं को मंजूरी प्रदान कर दी है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यह जानकारी देते हुए कहा कि वह सात अक्टूबर को देहरादून आएंगे। वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर बने नए टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। वह इस दिन हेली समिट में भी शामिल होंगे और देहरादून-पिथौरागढ़ हेली सेवा को फ्लैग आफ करेंगे। देहरादून-पंतनगर-पिथौरागढ़ हवाई सेवा को जल्द स्वीकृति दी जाएगी।
मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उत्तराखंड में हवाई सेवा को बढ़ाने के संबंध में वर्चुअल बैठक की। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के लिए जो हेलीपोर्ट चिह्नित किए गए हैं, उनमें से 11 की डीपीआर तैयार हो चुकी है। मसूरी हेलीपोर्ट की डीपीआर भी जल्द तैयार हो जाएगी। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से शहरों की कनेक्निविटी बढ़ाई जाएगी। जौलीग्रांट टर्मिनल की यात्री क्षमता नए टर्मिनल के एक हिस्से के बनने के बाद 26 हजार यात्री हो जाएगी। पूरा टर्मिनल बनने के बाद यह क्षमता 43 हजार यात्री हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पंतनगर ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की कार्यवाही में और तेजी लाई जाएगी। उन्होंने सुझाव दिया कि उत्तराखंड के वैट चार्ज एटीएफ पर अधिक है। इस चार्ज को कम करने से राज्य में हवाई संपर्क तेजी से बढ़ेगा और हवाई सेवा में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई संपर्क के क्षेत्र में केंद्र द्वारा दी गई सौगात के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार जताया। उन्होंने देहरादून-पिथौरागढ़ हेली सेवा की स्वीकृति पर कहा कि ये हेली सेवा सीमांत जिले पिथौरागढ़ के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चिह्नित हेलीपोर्ट में से आठ की टेंडर प्रक्रिया गतिमान है, जो 20 अक्टूबर तक पूर्ण हो जाएगी। ये सभी कार्य इसी वित्तीय वर्ष में करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने देहरादून से श्रीनगर हेली सेवा का किराया 42 फीसद और देहरादून से गौचर का किराया 50 प्रतिशत कम करने पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री का आभार जताया।
इन स्थानों पर दी हेली सेवा को मंजूरी
- देहरादून-श्रीनगर-देहरादून
- देहरादून-गौचर-देहरादून
- हल्द्वानी-हरिद्वार-हल्द्वानी
- पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर
- चिन्यालीसौड़-सहस्रधारा-चिन्यालीसौड़
- गौचर-सहस्रधारा-गौचर
- हल्द्वानी-धारचूला-हल्द्वानी