इंटरार्क कंपनी के कर्मचारियों ने परिवार के साथ नैनीताल में किया बाल सत्याग्रह, तालांबदी को बताया गैरकानूनी

इंटरार्क कंपनी के कर्मचारियों ने परिवार के साथ नैनीताल में किया बाल सत्याग्रह, तालांबदी को बताया गैरकानूनी

नैनीताल: बीते तीन माह से पंतनगर और किच्छा में इंटरार्क कंपनी में तालाबंदी खोलने को लेकर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने अब भारी विरोध शुरू कर दिया है। इंटरार्क मजदूर संगठन की अगुवाई में नैनीताल पहुंचे कर्मचारियों के बच्चों ने बाल सत्याग्रह किया। इस दौरान कंपनी की तालाबंदी को गैरकानूनी बताते हुए बच्चों, महिलाओं और कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद करीब डेढ़ सौ लोग हाथों में बैनर पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए आयुक्त कार्यालय पहुँचे। जहाँ लोगों ने कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौप कंपनी की तालाबंदी खुलवाने की मांग की।

बुधवार को इंटरार्क मजदूर संगठन के बैनर तले पंतनगर और किच्छा से करीब डेढ़ सौ पुरुष, महिलाओं और बच्चों का दल नैनीताल पहुँचा। जहां तल्लीताल डांठ में बाल सत्याग्रह किया गया। इस दौरान बच्चों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद सभा कर मौजूद लोगों को संबोधित किया। संगठन सचिव सौरभ कुमार ने बताया कि पंतनगर स्थित इंटरार्क कंपनी द्वारा कंपनी में तालाबंदी कर दी गयी। जिसके विरोध में कर्मचारी हाईकोर्ट पहुँचे। जहाँ कोर्ट ने शासन स्तर पर इसको लेकर निर्णय लेने के आदेश किये।

शासन ने निर्णय लेते हुए तालाबंदी को गैरकानूनी करार दिया। मगर शासन के निर्णय के बावजूद कंपनी ने तालाबंदी नहीं खोली। बताया कि पंतनगर स्थित कंपनी में ताला लगने के साथ ही किच्छा की कंपनी से 40 कर्मचारियों को निष्कासित कर दिया गया है। जिसके विरोध में कर्मचारी दिनों कंपनी के गेटो पर धरना प्रदर्शन कर रहे है। जिसके बावजूद कर्मियों की एक नहीं सुनी जा रही है। जिसके बाद लोगों का काफिला पैदल कूच करते हुए कमिश्नरी पहुँचा। जहाँ उन्होंने ज्ञापन सौप तालाबंदी खुलवाने की मांग की। इस दौरान दलजीत सिंह, एसएन मिश्रा, नरेंद्रमणि त्रिपाठी, नकुल कुमार, देवेंद्र कुमार, भगवती देवी, विमला देवी, सुशीला देवी, आरती, नीलम, नंदिनी, ममता, चाँदनी, खुशी, पुर्णिमा समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड