श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के संविदाकर्मियों की नौकरी पर सरकार का फैसला,संविदाकर्मी हो सकते हैं पक्के

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के संविदाकर्मियों की नौकरी पर सरकार का फैसला,संविदाकर्मी हो सकते हैं पक्के

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पिछले 15 साल से संविदा, आउटसोर्स और दैनिक वेतनभोगी के रूप में कार्यरत करीब 600 कर्मचारी नियमित हो सकते हैं। तय प्रक्रिया से नियुक्त इन कर्मचारियों को चिकित्सा शिक्षा विभाग ने वन टाइम सेटलमेंट स्कीम के तहत स्थाई करने का प्रस्ताव तैयार किया है। शासन में इस पर जल्द मंथन होगा। उसके बाद कैबिनेट में निर्णय लिया जा सकता है।

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2008 से ही बड़ी संख्या में कर्मचारियों को संविदा के आधार पर नियुक्त किया गया। यह कर्मचारी लंबे समय से अपने नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेेकर करीब 350 कर्मचारी पूर्व में सरकार के खिलाफ कोर्ट भी जा चुके हैं। इन कर्मचारियों के बिना कॉलेज का काम चलना संभव नहीं है। इसके चलते प्राचार्य की ओर से भी कर्मचारियों को नियमित करने को लेकर कई बार शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है।

अब चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस संदर्भ में प्रस्ताव तैयार किया है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने भी स्वास्थ्य सचिव राधिका झा को इस मामले में जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. रावत ने मंगलवार को कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के संविदा कर्मचारियों को वन टाइम सेटलमेंट स्कीम के तहत नियमित करने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, इस प्रस्ताव के अमल में आने के बाद उत्तराखंड के 30 हजार से अधिक संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों के भी नियमित होने की राह खुल सकती है।

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