देहरादून: कोरोना काल में आम आदमी को कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है। चारों ओर से महंगाई की मार झेल रही जनता की थाली का जायका भी बिगड़ गया है। तरकारी के दाम आसमान छू रहे हैं। मानसून की बारिश के कारण फल-सब्जी खराब होने के साथ ही अन्य राज्यों से आवक भी घट गई है। ऐसे में थोक दाम में उछाल आ गया है। इधर, टिहरी, उत्तरकाशी समेम अन्य पहाड़ी क्षेत्रों मार्ग बंद होने से भी दून में सब्जियां नियमित रूप से नहीं पहुंच पा रही हैं।
निरंजनपुर मंडी में इन दिनों फल-सब्जियों की आवक खासी घट गई है। यहां बाहरी राज्यों से तो फल बेहद सीमित मात्रा में पहुंच रहे हैं, स्थानीय उत्पाद भी पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसके चलते दामों में भी उछाल बना हुआ है। ऐसे में फल विक्रेताओं को खरीदार भी नहीं मिल पा रहे हैं। व्यापारी आवक घटने का कारण मैदानी राज्यों में भारी बारिश के कारण आ रही दिक्कतों को बता रहे हैं। बाढ़ जैसे हालातों के कारण जहां फल-सब्जियों का परिवहन नहीं हो पा रहा है, वहीं बाजार तक पहुंचते-पहुंचते काफी उत्पाद खराब भी हो रहे हैं। मंडी सचिव विजय प्रसाद थपलियाल का कहना है कि मंडी में सामान्य से करीब 40 फीसद कम माल पहुंच रहा है। इसका मुख्य कारण बारिश है। अन्य राज्यों में हालात सामान्य होने पर आवक में इजाफा होगा। उम्मीद है जल्द ही कारोबार सामान्य हो जाएगा। उनका कहना है कि शीघ्र ही दाम कम होंगे, जिससे जनता को सस्ते दाम पर सब्जियां उपलब्ध हो सकेंगी।
प्रमुख फल-सब्जियों के फुटकर दाम
सब्जी———–फुटकर भाव
- आलू———–18
- प्याज———– 30
- टमाटर———– 40
- गोभी———– 50
- बैंगन———– 40
- लौकी———– 40
- मटर———– 100
- भिंडी———– 40
- कद्दू———– 40
- करेला———– 30
- बीन्स———– 60
- शिमला मिर्च———– 50
- तोरी———– 50
- टिंडा———– 50
(दाम रुपये प्रति किलो हैं।)