काश्तकारों की उम्मीदों पर मौसम ने फेरा पानी, आम और लीची को हुआ भारी नुकसान

 काश्तकारों की उम्मीदों पर मौसम ने फेरा पानी, आम और लीची को हुआ भारी नुकसान

देहरादून: काश्तकारों की उम्मीदों पर मौसम के बदले मिजाज के कारण पानी फिर गया। राज्य के कई क्षेत्रों में हुई मूसलधार बारिश, ओलावृष्टि व अंधड़ से फल व सब्जी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। 60 से 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली तेज हवा ने फूल-पत्तियों को नुकसान पहुंचाया है।

दून के कुछ क्षेत्रों के अलावा आमवाला, मांडुवाला, धर्मावाला, विकासनगर, सेलाकुई, डोईवाला, हरिद्वार, ऋषिकेश के साथ कुमाऊं के तराई में करीब पंद्रह सौ बीघा में आम और लीची की फसल को अंधड़ से भारी नुकसान हुआ है।

उधर, पर्वतीय जिलों में टमाटर, शिमला मिर्च, बीन, भिंडी, लौकी, खीरा की पौध व बेल खेतों में बिछ गई है। रविवार रात करीब करीब साढ़े 12 बजे से ज्यादातर क्षेत्रों में अंधड़ के साथ तेज बारिश व कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई।

देहरादून जिले में इस समय करीब 150 से 200 क्‍विंटल टमाटर व तीन सौ क्‍विंटल अन्य सब्जियां प्रतिदिन मंडियों में पहुंच रही है। मगर खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने से आने वाले एक से दो दिन के भीतर सब्जी की आवक घट सकती है। जौनसार-बावर के किसान राजेंद्र चौहान का कहना है कि टमाटर और मटर के दानों को ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचाया है। अंधड़ व ओलावृष्टि के कारण सब्जियां खेतों में ही बिछ गई है। पेड़ों पर लगे सेब, अनार और पुलम भी झड़ गए हैं।

निरंजनपुर सब्जी मंडी के आढ़ती संजीव गोयल का कहना है कि पहले मंडी में 30 से 40 क्‍विंटल टमाटर पहुंच रहा था। गर्मी बढ़ने से इन दिनों 20 से 25 क्‍विंटल पर सिमट गया है। अब अंधड़ और बारिश से टमाटर की आवक और कम होने की आशंका है।

खड़ी फसल को नुकसान

भारी बारिश से देहरादून जिले में करीब 12 हेक्टेयर की गन्ना व दालों की खड़ी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। उद्यान निदेशक डा.एचएस बावेजा ने कहा के बारिश और अंधड़ से हुए नुकसान की अभी कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।

उद्यान विभाग की ओर से यदि रिपोर्ट प्राप्त होती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। तेज अंधड़ से आम व लीची को नुकसान का अंदेशा जरूर है।

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