प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 अक्तूबर से पहले केदारनाथ मंदिर जाने की उम्मीद है। उनकी यात्रा की संभावित तिथि छह अक्टूबर मानी जा रही है।
सूत्रों ने शुक्रवार को बताया, पीएम मोदी उत्तराखंड के दौरे के दौरान केदारनाथ के दर्शन कर राज्य के नेताओं से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी ने इससे पहले 2019 में केदारनाथ मंदिर का दौरा किया था।
एम्स ऋषिकेश में पीएम करेंगे 162 ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण
वहीं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के 162 चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों को प्राणवायु का तोहफा देने जा रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में दो अक्तूबर को प्रस्तावित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पीएम केयर फंड से बनाए गए सभी पीएसए प्लांट का लोकार्पण करेंगे।
पीएम केयर फंड से देशभर के 1500 चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण होना है। प्रधानमंत्री एम्स ऋषिकेश में एक हजार एलपीएम प्रति मिनट क्षमता वाले पीएसएस ऑक्सीजन प्लांट का लोकर्पण करेंगे। इसके साथ देशभर में चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में 201.58 करोड़ की लागत से तैयार 162 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया जाएगा। शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी एम्स ऋषिकेश पहुंचे।
जिलाधिकारी और एसएसपी ने ट्राम सेंटर के वरिष्ठ सर्जन डॉ. मधुर उनियाल के साथ आयोजन स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। लोकर्पण कार्यक्रम के लिए नवनिर्मित ऑडिटोरियम के पास के पार्किंग एरिया का चयन किया गया है। प्रशासनिक भवन में निदेशक कार्यालय और वीआईपी आवास में सेफ हॉउस तैयार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने डॉ. मधुर उनियाल से कार्यक्रम स्थल पर इंटरनेट कनेक्टिविटी और हेलीपैड की व्यवस्था की जानकारी ली। सूत्रों के अनुसार पीएम के कार्यक्रम के लिए प्रशासन के पास दो अक्तूबर और सात अक्तूबर का शेड्यूल आया है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर असमंजस में पुलिस
एम्स के पीएसए ऑक्सीजन प्लांट के लोकार्पण को लेकर पुलिस असमंजस में है। एम्स का आडिटोरियम अब तक तैयार नहीं हुआ है। ऐसे में आडिटोरियम के पास पार्किंग में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। खुले में आयोजन को लेकर पुलिस को सुरक्षा की चिंता सता रही है।
एम्स के प्रशासनिक भवन के ठीक पीछे पीएसए प्लांट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी प्लांट का लोकार्पण करेंगे। भवन के भीतर कार्यक्रम के आयोजन के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। प्लांट में ज्वलनशील गैस भी रहती है। इसके अलावा प्लांट के ठीक पीछे शिवाजी नगर कॉलोनी है। इन सभी कारणों के चलते प्लांट के आसपास की जगह कार्यक्रम के लिए मुफीद नहीं है।
एम्स के पास अपना आडिटोरियम है, लेकिन उसका निर्माण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद एम्स की टीम के सुझाव पर प्रशासन ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए आडिटोरियम के बाहर की पार्किंग का चयन किया गया है। एम्स के सभी कार्यक्रम पार्किंग में होते हैं। पुलिस को चिंता इस बात की है कि पार्किंग क्षेत्र मुख्य सड़क से केवल 100 मीटर की दूरी पर है। वहीं पीएसएस प्लांट पार्किंग से करीब 500 मीटर दूर है।
प्रधानमंत्री को पीएसए प्लांट तक पहुंचने के लिए 500 मीटर तक जाना होगा। एम्स के प्रशासनिक भवन में शीशे की खिड़कियां हैं। इसके साथ शिवाजीनगर में कई मकान भी एम्स परिसर की सीमा से लगे हुए हैं। इसलिए निरीक्षण के दौरान एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी पीएम की सुरक्षा को लेकर असमंजस में दिखे। हालांकि इससे पहले मार्च 2020 में गृह मंत्री अमित शाह भी एम्स में आयोजित दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे। तब भी पार्किंग में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।