जूनियर ग्रेड स्लैम खेलना है अगला लक्ष्य

इंटरनेशनल टेनिस खिलाड़ी दीया चौधरी का
देहरादून। इंटरनेशनल टेनिस का खिताब जीतकर कैरियर की लंबी छलांग लगाने वाली उत्तराखंड की एकमात्र टेनिस खिलाड़ी दीया चौधरी ने कहा है कि जूनियर ग्रेड स्लैम में खेलना उनका अगला लक्ष्य है।
यहां अफ्रीका के घाना से लौटने के बाद आज परेड ग्राउंड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारत और विदेशों में खेलने के अनुभवों को साझा करते हुए दीया चौधरी ने कहा है कि इंटरनेशनल टेनिस फैडरेशन के तत्वावधान में आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने से बहुत अच्छा लगा और बिना प्रेशर के फ्रीमाइंड के साथ खेलकर खिताब जीतकर भारत व उत्तराखंड का नाम रोशन कर गौरवान्वित किया है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस प्रतियोगिता में पांच टूर्नामेंट में से चार फाइनल मैच खेले जिसमें दो खिताब जीते और दो में उप विजेता रही और इस टूर्नामेंट में उन्होंने भारत व उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कहा कि अलग अलग खिलाड़ियों के साथ खेलने का अवसर मिला और काफी कुछ सीखने का भी मौका मिला और अफ्रीका के घाना में भारत से अलग अनुभव देखने, सीखने और खेलने को मिला। उन्होंने कहा कि भारत में भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट होते है और उत्तराखंड में भी जूनियर स्तर के टूर्नामेंट होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी देहरादून में हर वर्ष चार पांच जूनियर टेनिस के टूर्नामेंट होने चाहिए और पूर्व में यहां पर टेनिस को बढ़़ावा दिया गया लेकिन अब टेनिस का कल्चर कम हो गया है और पूर्व की भांति टेनिस के कल्चर को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता है क्योंकि यहां पर कई प्रतिभायें है जो टेनिस में रूचि रखते है। उन्होंने कहा कि वह अपने कोच प्रीतम सिंह से प्रशिक्षण हासिल कर रही है। वहीं द हैरिटेज स्कूल नॉर्थ कैंपस सहस्त्रधारा रोड की पन्द्रह वर्षीय छात्रा दीया चौधरी ने विदेश में अपने कैरियर की लंबी छलांग लगाकर अपने नाम एक और उपलब्धि हासिल करते हुए खिताब पर कब्जा कर उत्तराखंड से आईटीएफ खिताब जीतने वाली पहली खिलाड़ी बन गई हैं। इस अवसर पर पत्रकार वार्ता में दीया चौधरी के पिता सिद्धार्थ चौधरी, माता चंद्रिका चौधरी, छोटी बहन टेनिस खिलाड़ी चौधरी मीरा सिंह उपस्थित रहे।

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