नैनीताल : नैनीताल में कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही हैं। बिना मास्क और सेनिटाइज हुए पर्यटक की भीड़ उमड़ रही है। ऐसी लापरवाही कोविड की थर्ड वेव के लिए दावत हो सकती है। दिल्ली से नैनीताल घूमने आए पांच पर्यटकों के कोरोना संक्रमित आने की सूचना ने सोमवार को शहर में हड़कंप मचा गया। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस पांचों लोगों को खोजने में लगी रही। दिनभर तलाश के बाद देर शाम पता लगा कि पांचों लोग हल्द्वानी के निवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग उनको ट्रेश करने की कोशिश कर रहा है।
सोमवार को बीडी पांडे अस्पताल में दिल्ली के एक लैब से फोन आया कि दिल्ली में पांच लोग नैनीताल गए हैं, जिनकी कोरोना जांच की गई थी। रिपोर्ट आने से पूर्व ही ये पांचों लोग नैनीताल रवाना हो गए। रविवार को पांचों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इन सभी का मोबाइल नंबर बंद है, जिस कारण लैब कर्मियों ने बीडी पांडे अस्पताल प्रबंधन से संपर्क किया। नैनीताल में संक्रमित पर्यटकों के घूमने की सूचना से हड़कंप मच गया।
अस्पताल प्रबंधन ने जिला प्रशासन और पुलिस को सूचित करने के साथ ही पर्यटकों की खोजबीन शुरू कर दी, मगर शाम तक कुछ पता नहीं लग पाया। इधर, दोबारा दिल्ली लैब से संपर्क कर जानकारी ली गई तो पता लगा कि पांचों लोग नैनीताल जिले के हल्द्वानी के रहने वाले हैं। पीएमएस डा. केएस धामी ने बताया कि पांचों संक्रमित हल्द्वानी के रहने वाले हैं। नंबर बंद होने के कारण इन लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है। उनकों ट्रेश करने की कोशिश हो रही है।
कोविड नियमों का पालन नहीं कर रहे पर्यटक
नैनीताल पहुंच रहे पर्यटक कोविड नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। बिना मास्क सार्वजनिक स्थलों में आवाजाही कर रहे पर्यटक संक्रमण की तीसरी लहर को न्योता दे रहे हैं। वही नियमों का अनुपालन करवाने के जिम्मेदार पुलिस और पालिका प्रशासन अनदेखियो को लेकर आंखें मूंदे बैठे हैं। सामान्य दिनों में जमकर चालान कर रही पुलिस महज यातायात प्रबंधक तक सिमट कर रह गई है।