देहरादून: उत्तराखंड में जुलाई में मानसून सामान्य से कुछ कम रहा, हालांकि अंतिम सप्ताह में अधिक बारिश हुई। अब अगस्त के पहले पखवाड़े में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। दक्षिण पश्चिमी मानसून के साथ पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से यह समीकरण बन रहे हैं।
मानसून सीजन में पश्चिम विक्षोभ भी प्रभाव दिखाने लगा है। खासकर कुमाऊं के मैदानी इलाकों में घने बादलों का डेरा है। अगले कुछ दिन भले ही प्रदेश में हल्की बारिश के आसार हैं, लेकिन जल्द ही झमाझम बारिश की संभावना बन सकती है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी आंशिक रूप से बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवर से अगले तीन दिन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने से कुमाऊं में कई जगह हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान अल्मोड़ा, नैनीताल, चम्पावत व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं कहीं पर गरज के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। जबकि देहरादून समेत आसपास के इलाकों में भी बादलों की आंख मिचौनी जारी रहेगी। दून में माध्यम बारिश के एक से दो दौर हो सकते हैं। इसके अलावा कुमाऊं में अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़ व चम्पावत व गढ़वाल में उत्तरकाशी, चमोली व पौड़ी जिलों में इस पखवाड़े कही-कही बहुत हल्की से हल्की वर्षा या गरज के साथ बौछारों की संभावना है। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहने से लेकर बूंदाबांदी की संभावना है।
सामान्यतः अगस्त के पहले पखवाड़े में उत्तराखंड में औसतन 40 से 50 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है। जबकि मौसम विभाग के अनुसार इस बार यह आंकड़ा 60 मिलीमीटर तक जा सकता है। ऐसे में पहाड़ी इलाकों में सतर्क रहने की भी सलाह दी गई है।