पिथौरागढ़: गुरुवार की रात्रि मुनस्यारी और धारचूला तहसील क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। भारी बारिश से थल-मुनस्यारी मार्ग में वनिक नाला ऊफान पर आ गया । इस दौरान मार्ग से गुजर रही एक कार फंस गई। वनिक के पास मार्ग टूटने से बड़े वाहनों का संचालन बंद हो गया है। पापड़ी गांव में एक मकान सड़क की दीवार ढहने से क्षतिग्रस्त हो गया । परिवारजनों ने रात को घर से बाहर भाग कर जान बचाई।
उधर धारचूला में तवाघाट- सोबला- तिदांग मार्ग 51 वें दिन भी बंद रहा। लिपुलेख मार्ग भी मलबा आने से बंद है। दारमा, चौदास ओर व्यास घाटी का सम्पर्क भंग है। ग्रामीणों सहित सुरक्षा बलों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। काली नदी का जलस्तर फिर बढऩे लगा है। काली नदी धारचूला में 888.55 मीटर पर बह रही है। यहां पर चेतावनी लेबल 889 मीटर और खतरे का निशान 890 मीटर है। जिले में एक दर्जन मार्ग बंद हैं। लगभग एक लाख की आबादी प्रभावित है। सबसे गंभीर स्थिति तल्ला , मल्ला दारमा, चौदास और व्यास की बनी हुई है।
मार्ग बंद होने से ग्रामीण अपने गांवों में आयोजित होने वाली पूजा में भाग लेने तक नहंी जा पा रहे हैं। गांवों में अभाव की स्थिति बनी है। दारमा मार्ग में नारायणपुर के पास पहाड़ से पत्थर गिर रहे हैं। वहीं तहसील बंगापानी के कनार और मुनस्यारी तहसील का बौना, तौमिक और तेजम तहसील का होकरा, कोटा पंद्रहपाला, धामीगांव क्षेत्र अलग -थलग पड़े हैं।