घायल पुलिसवाले की मदद की जगह वीडियो बनाते रहे साथी, सड़क हादसे में मौत

घायल पुलिसवाले की मदद की जगह वीडियो बनाते रहे साथी, सड़क हादसे में मौत

देहरादून के हर्रावाला क्षेत्र में रविवार देर रात सड़क हादसे में घायल पुलिसवाले की मदद की जगह साथी वीडियो बनाते रहे। इसका वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अफसर हरकत में आए। डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने इसका संज्ञान लेकर एसपी सिटी को जांच के निर्देश दे दिए।

बताया जा रहा कि जब हादसा हुआ तो चीता पुलिस के दो सिपाही मौके पर पहुंचे। मगर, आरोप है कि घायल साथी राकेश राठौर को अस्पताल ले जाने की बजाय वे एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। बताया जा रहा कि 108 एम्बुलेंस करीब 20 मिनट की देरी से मौके पर पहुंची।

इस बीच घायल पुलिसकर्मी दर्द से कराहता रहा। इधर, डीआईजी ने जांच बिठाने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सिपाही यह वीडियो किन परिस्थितियों में बना रहे थे, इसकी जांच की जा रही है। जो भी तथ्य आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई करेंगे। अधिकारियों ने जताया दुख, कहा-मृदुभाषी थे राठौर: इस घटना से पुलिस महकमे में शोक की लहर है।

डीआईजी दून जन्मेजय खंडूरी, एसपी सिटी सरिता डोबाल, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय समेत कई अफसरों ने सिपाही राठौर की मौत पर शोक जताया। उनका कहना था कि राठौर मृदुभाषी एवं मिलनसार थे।

डिवाइडर से टकरा गई थी सिपाही की बाइक: रेसकोर्स के पुलिस लाइन में तैनात सिपाही की रविवार मध्य रात्रि हर्रावाला क्षेत्र में सड़क हादसे में मौत हो गई। वे हरिद्वार से देहरादून लौट रहे थे। हर्रावाला में एसबीआई के सामने हरिद्वार से आते वक्त देर रात ढाई बजे उनकी बाइक सड़क के बीच बने डिवाइडर से टकरा गई थी। हर्रावाला चौकी पुलिस ने घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज देखी।

पुलिस की कार्यशैली पर लोगों ने खड़े किए सवाल
सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। पुलिस की ओर से जब अपने फेसबुक पेज पर दिवंगत सिपाही को श्रद्धांजलि पोस्ट की गई तो लोगों ने इस मामले में सिपाहियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि यदि वे घायल को जल्द अस्पताल ले जाते तो जान बच जाती।

उच्चाधिकारियों ने भी लिया इसका संज्ञान
डीजीपी अशोक कुमार, डीआईजी (लॉ एन ऑर्डर) पी रेणुका देवी ने भी इस वायरल वीडियो का संज्ञान लिया। बताया गया कि वीडियो सामने के बाद डीआईजी जन्मेजय खंडूरी से इसकी रिपोर्ट मांग ली गई है। साथ ही इस मामले में लापरवाही पर सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई है।

रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन में तैनात थे राठौर
यूपी के सहारनपुर के मूल निवासी राकेश राठौर दून के रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन में तैनात थे। वे एक महीने की छुट्टी पर चल रहे थे। रोशनाबाद में उनका मकान बन रहा था। जब दून में हादसा हुआ तो उन्हें कई अंदरूनी चोट आई। चीता मोबाइल के दो कर्मचारियों ने 108 एम्बुलेंस के जरिये उन्हें कैलाश अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

अनुमति के बिना कार्यस्थल न छोड़ें पुलिसकर्मी
हर्रावाला हादसे के बाद डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने सभी थाना-चौकी को आदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि प्राय: देखने में आ रहा है कि कुछ पुलिस अफसर-कर्मचारी बिना अनुमति और अवकाश के अनावश्यक रूप से अपने ड्यूटीस्थल छोड़कर आवागमन करते हैं।

रात में भी गैर जनपदीय आवागमन किया जा रहा है, जो सही नहीं है। रात में यात्रा से दुर्घटनाएं घटित होती हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई बिना अनुमति या अवकाश के कार्यस्थल छोड़ता है तो वह स्वयं जिम्मेदार होगा। सभी चौकी लाइन थाने के प्रभारी कर्मचारियों की रात्रि गणना हर दिन करें।

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