कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन, देहरादून के तीन बार उपाध्यक्ष रहे व वर्तमान समय में आल इण्डिया कैन्टोनमेन्ट बोर्ड मेम्बर्स एसोसिएशन, नई दिल्ली के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र सिंह कण्डारी के नेत्तृत्व में कैन्ट के पूर्व भाजपा सभासदगण व स्थानीय भाजपा नेताआं ने कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन के मुख्य अधिशासी अधिकारी गौतम कौशल को उनके कैन्ट बोर्ड कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पूर्व उपाध्यक्ष भूपेन्द्र कण्डारी ने कहा कि क्लेमेन्टाउन कैन्ट क्षेत्र के अन्र्तगत पिछले दो वर्षों से विकास के कार्य पूर्ण रूप से ठप्प पड़े हुए हैं, जिससे कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन, की पचास हजार जनता में कैन्ट बोर्ड शासन एवं प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश उत्पन्न हो रखा है। उन्होंने कहा कि कैन्ट क्षेत्र की 50 हजार जनता प्रत्येक वर्ष कैन्ट बोर्ड कार्यालय को विकास के कार्य करने हेतु लगभग एक करोड़ रूपये भवन कर (भ्वनेम ज्ंग) के रूप में देती है साथ ही कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन, देहरादून को भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय नई दिल्ली से करोड़ो रूपये विकास कार्य करने हेतु अनुदान के रूप में प्रत्येक वर्ष दिया जाता है, परन्तु अत्यन्त खेद का विषय है कि कैन्ट बोर्ड शासन व प्रशासन के द्वारा पिछले दो वर्षों से सम्पूर्ण कैन्ट क्षेत्र में किसी भी प्रकार का नया विकास कार्य नहीं किया गया है, और न ही कैन्ट बोर्ड द्वारा अपने स्थानीय जनता की सुध ली जा रही है चारों तरफ विकास अस्त-व्यस्त हो रखा है जिससे कैन्ट क्षेत्र की जनता में भारी रोष उत्पन्न हो रखा है।
तीन बार कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन, देहरादून के उपाध्यक्ष रहे व आल इण्डिया कैंटोन्मेन्ट बोर्ड एसोसिएशन, नई दिल्ली के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र सिंह कण्डारी ने मुख्य अधिशासी अधिकारी के समक्ष नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा यदि उपरोक्त वर्णित समस्त समस्याओं को कैन्ट बोर्ड शासन व प्रशासन के द्वारा गम्भीरतापूर्वक नहीं लिया गया और जनहित में दो सप्ताह के भीतर शीघ्र निस्तारण नहीं किया गया तो मजबूरन वह कैण्ट क्षेत्र की सम्मानित 50 हजार जनता के साथ मिलकर कैन्ट बोर्ड कार्यालय का घेराव करेगें व कैन्ट बोर्ड कार्यालय के बाहर विशाल धरना प्रर्दशन भी करेगी जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी कैन्ट बोर्ड शासन व प्रशासन की होगी। इस पर कैन्ट बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि वह शीघ्र समस्त समस्याओं के निवारण हेतु कार्य प्रारम्भ कर देगें। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन देहरादून में पूर्व उपाध्यक्ष रहे भूपेन्द्र सिंह कण्डारी के साथ पूर्व सभासदगण नरेंद्र सिंह रावत, रामकिशन यादव, मौहम्मद यासीन, सुशीला रावत, हाजी शमशाद अली, कैप्टन उमादत्त सेमवाल, कैन्ट के भाजपा नेता वीरेन्द्र सिंह भण्डारी, कैप्टन राजेन्द्र सिंह रावत, कैप्टन जे0पी0 शर्मा, दयाशंकर यादव, शराफत अली, मंजू तनवाल, प्रभा देवी, मौ0 मकसूद अंसारी, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, उस्मान खान, राजेश बालमिकी, धर्मेन्द्र पंवार, संदीप बिष्ट आदि भाजपा के नेतागण उपस्थित थे।
श्री कण्डारी ने मुख्य अधिशासी अधिकारी को दिये गये ज्ञापन में कहा कि कैन्ट क्षेत्र के अन्र्तगत विकास के निम्न वर्णित कार्य पिछले दो वर्षों से लम्बित हैं-
- कैन्ट क्षेत्र के विभिन्न कालोनियों में सड़को का नव-निर्माण व पूर्व में निर्मित मुख्य सड़कों व आंतरिक सड़को में बड़े-बड़े गड्डे हो रखे हैं, जो आये दिन दुर्घटना का केन्द्र बने हुए हैं उनकी मरम्मत तक का कार्य कैन्ट बोर्ड के द्वारा पिछले दो वर्ष से नहीं किया गया है।
- कैन्ट क्षेत्र के मुख्य सड़को व विभिन्न कालोनियों में विद्युत स्ट्रीट लाईटस की समस्या चरमरा रखी है, कैन्ट में अधिकांश क्षेत्र के समस्त शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के वार्ड वर्तमान समय में खराब हो रखी स्ट्रीट लाईटस के कारण अंधकारमय है जिनको तुरन्त जनहित में ठीक किया जाना चाहिए।
- कैन्ट क्षेत्र के अन्र्तगत वर्तमान समय में धड़ल्ले से हो रहे व्यवसायिक व आवासीय भवन निर्माण के कार्य जिसमें अधिकांश भवन निर्माताओ द्वारा बोर्ड से स्वीकृत मानचित्र के अनुरूप निर्माण न करते हुए सारे बिल्डिंग बायलाॅज के नियमों को तोड़कर भवन निर्माण के कार्यों को किया जाना अत्यन्त गम्भीर विषय है जोकि बोर्ड की कार्यशैली पर भी गम्भीर सवाल खड़ा करता है। ऐसे निर्माणों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
- कैन्ट क्षेत्र के सिविल क्षेत्रों में लचर सफाई व्यवस्था का कार्य भी संतोषपूर्वक नहीं है सफाई व्यवस्था पर कैन्ट बोर्ड शासन व प्रशासन मूकदर्शक बनकर बैठा हुआ है, चारों तरफ गन्दगी के ढेर लगे हुए हैं। जनता में सड़कों व मौहल्लों में नालियों की लचर सफाई व्यवस्था के प्रति भी भारी रोष है। जनहित में सफाई व्यवस्था को शीघ्र सुधारा जाना अत्यन्त आवश्यक है।
- मानसून से पूर्व कैन्ट क्षेत्र के जल भराव वाले कालोनियों में अभी तक कैन्ट बोर्ड के द्वारा नालियों व पुश्तों का नवनिर्माण न किये जाने से भी जनता के बीच कैन्ट बोर्ड क्लेमेन्टाउन के प्रति भारी असंतोष व्यक्त कर रहा है।