उत्तराखंड में कई प्रत्याशी चुनाव तो जीते पर हार गए अपना बूथ

उत्तराखंड में कई प्रत्याशी चुनाव तो जीते पर हार गए अपना बूथ

अल्मोड़ा: विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर के बीच कई प्रत्याशी अपने बूथों में पीछे रह गए। बूथों की मजबूती के लिस कमर कसने के बाद भी अपने बूथ में कई प्रत्याशियों को बहुत कम मत मिले। कुछ विजय प्रत्याशी भी अपने बूथों में कम मत लेकर आए। जबकि प्रतिद्वंदी उनके बूथ में उन्हें मात दे गए।

विधानसभा चुनाव के लिए लंबे समय से तैयारियां चल रहीं थी। राष्ट्रीय समेत सभी पार्टियों में उम्मीदवारों की तस्वीर साफ होते ही तैयारियां तेज होने लगी थी। सभी पार्टी के जिले से लेकर प्रदेश स्तर के आला पदाधिकारी अल्मोड़ा पहुंच रहे थे। बूथ स्तर पर मजबूती के दावे किए जा रहे थे। हर प्रत्याशी अपने बूथ पर भी खास ध्यान दे रहा था। लगातार बूथ स्तर पर अभियान चलाए गए।

बूथों की जिम्मेदारी भी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सौंपी गई। इसके बावजूद भी अपने-अपने बूथों में कई प्रत्याशी पिछड़ गए। अल्मोड़ा सीट से विजयी कांग्रेस के मनोज तिवारी अपने बूथ में पीछे रहे, साथ ही वह अपने प्रतिद्वंदी कैलाश शर्मा के बूथ में भी कम मत लाए। कैलाश शर्मा खुद के और मनोज तिवारी के बूथ में बंपर मत लाए, लेकिन इसके बाद भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

गोविंद सिंह कुंजवाल, राजेंद्र बाराकाेटी भी अपने बूथों में पीछड़ गए। जबकि अनिल शाही, करन माहरा अपने बूथ पर आगे रहे लेकिन वह मुकाबला नहीं जीत सके।

किसी प्रत्याशी के बूथ में कितना मतदान

प्रत्याशी दल

– मनोज तिवारी (कांग्रेस) – 233- 173

– कैलाश शर्मा (भाजपा)- 287- 167

– गोविंद सिंह कुंजवाल (कांग्रेस)- 190- 71

– मोहन सिंह मेहरा (भाजपा)- 330- 136

– रेखा आर्या (भाजपा)- 243- 124

– राजेंद्र बाराकोटी (कांग्रेस) – 195- 162

– प्रमोद नैनवाल (भाजपा)- 386- 134

– करन माहरा (कांग्रेस)- 39- 115

– अनिल शाही (भाजपा)- 375- 54

– महेश जीना (भाजपा)- 224- 88

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