सहकारी विकास परियोजना राज्य में वरदान साबित होने वाली है। इस परियोजना से लगभग सभी विभाग जुड़े हुए हैं।
परियोजना क्या है ? किस अफसर का क्या दायित्व
है , क्या भागीदारी है, गांव स्तर पर सहकारिता की रीढ़ सचिव
की इस परियोजना में क्या भूमिका है। इसके विंदु आज
कुमाऊँ मंडल के सचिवों, एडीसीओ को UKCDP के देहरादून
मुख्यालय में बताये गए। और उन से सफलता के फीड बैक लिए गए।
राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के अन्तर्गत संचालित गतिविधियों के ससमय एवम् सुव्यवस्थित संचालन हेतु परियोजना के सभी हितभागियों के साथ परियोजना ओरियनटेशन बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक में कुमाऊँ मण्डल के सभी जनपदों मे कार्यरत सहकारी समितियों के सचिवों, जिला सहायक निबंधकों, कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, कार्यक्रम निदेशालय में कार्यरत पी.एम.सी. समवर्ती मूल्याकंन सलाहकार संस्था / पी.एम.यू. के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य सभी प्रतिभागियों के मध्य संचालित परियोजना की संरचना, क्रियान्वयन अवधारणा, व्यवस्थाओं एवम् वित्तीय प्रक्रियाओं पर एक प्रस्तुतीकरण किया गया। उक्त बैठक में सभी परियोजना सहभागयों की जिम्मेदारियों पर भी परिचर्चा की गयी एवं परियोजना संचालन में किसकी क्या भूमिका, दायित्व हैं, उनका पालन सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही परियोजना संचालन में आ रही दिक्कतों पर समबन्धित सहभागियों के मध्य एक-एक कर परिचर्चा कर Instant Solution भी किया गया।
बैठक में लगभग सभी गढवाल मण्डल के सभी जनपदों से आये 50 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया एवम् बैठक के बाद सभी प्रतिभागियों से आज के ओरियनटेशन पर फीडबैक भी लिये गये, जिसमें यह पाया गया है कि इस तरह के प्रोग्राम समय समय पर आयोजित किए जाने चाहिए।