गढ़वाल। बदरीनाथ धाम और चतुर्थ केदार रुद्रनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि आज विजयादशमी पर्व पर बदरीनाथ व गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में तय होंगी। उधर, गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर पांच नवंबर को दोपहर 11.45 बजे श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। जबकि, यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने का मुहूर्त एक सप्ताह के अंतराल में निकाला जाएगा।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि विजयादशमी पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि के साथ पंच पूजाओं का कार्यक्रम, उद्धवजी व कुबेरजी की उत्सव डोली का पांडुकेश्वर और आदि शंकराचार्य की गद्दी के नृसिंह मंदिर जोशीमठ आने का कार्यक्रम भी तय होगा। इस अवसर पर आगामी यात्राकाल के लिए हक हक-हकूकधारियों को पगड़ी भी भेंट की जाएगी।
पांच नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त निकाला गया। विजयादशमी के पर्व पर गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने हवन पूजन कर मुहूर्त तय किया। गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव दीपक सेमवाल ने कहा कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर 5 नवंबर को दोपहर 11 बजकर 45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाएंगे। जिसके बाद गंगा की डोली शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा के लिए रवाना होगी। रात्रि विश्राम के लिए गंगा की डोली चंदोमति माता के मंदिर में पहुंचेगी है। छह नवंबर की सुबह गंगा की डोली यात्रा मुखवा स्थित गंगा मंदिर में पहुंचेगी। अगले वर्ष कपाट खुलने तक गंगा की पूजा-अर्चना मुखवा में होगी।