देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक ने कहा कि कांग्रेस अक्सर भाजपा और देश को बदनाम करने के लिए फर्जी मुद्दे लाती रही है और अफवाह फैलाकर अपनी राजनैतिक ज़मीन तलाश रही है, लेकिन उसकी नकरात्मकता के चलते अब वह लोगों का विश्वास खो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने गिरेवान में झांकने की जरुरत है,क्योंकि पूर्व में यूपीए सरकार के कार्यकाल में जासूसी के कई मामले सामने आये।जबकि इस बार कहीं से भी ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया जिसका संबंध केंद्र सरकार से हो। हालाँकि कांग्रेस अन्य राजनैतिक दलों के साथ ऐसा कुचक्र बुनने में जुटी है,लेकिन उसे कोई लाभ नहीं होगा।
श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस द्वारा पेगासस को राजनैतिक स्वार्थ सिद्धि का हथियार बनाया जा रहा है और राजभवन गमन मात्र उसकी राजनैतिक नौटंकी है। उन्होंने कहा कि पेगासस के जरिये फैलाया जा रहा दुष्प्रचार निराधार और बेबुनियाद है।
कांग्रेस ने इस फर्ज़ी कहानी को मानसून सत्र से पहले सुनियोजित तरीके इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जिससे संसद को बाधित किया जा सके। अभी तक इस मामले में कहीं भी ऐसा कोई सुबूत् नहीं है जिसे सरकार से जोड़ा जा सके। कांग्रेस को अपने अतीत के कार्यकाल पर भी नज़र डालने की जरूरत है। 2013 में आरटीआई से यह साबित हो चुका है कि यूपीए सरकार द्वारा हर माह 9000 फोन और 500 ईमैल्स खातों की निगरानी की जाती थी। कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान में विधायकों ने आरोप लगाया की उनके फोन टेप हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2009 में अपने फोन,ई मेल्स टेप करने के आरोप लगाए। वहीं 2010 में प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने भी ऐसी घटनाओ को। स्वीकार किया और
फोन टेपिंग और निजता के उल्लंघन पर ढाँचे को मजबूत करने पर जोर दिया। लेकिन यहाँ स्तिथी अलग है और अभी तक ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला जिसे सरकार से जोड़ा जा सके। कांग्रेस अपने राजनैतिक स्वार्थ को देखकर एजेंडे के तहत यह कार्य कर रही है। अभी तक किसी के द्वारा यह भी दावा नहीं किया गया है कि किसी मोबाइल विशेष नंबर की उपस्थिति पेगासस से संक्रमित है। लोग अब कांग्रेस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं।
अस्तित्व की तलाश में जुटी कांग्रेस अब यह नहीं समझ पा रही है कि क्या किया जाए और दुविधा की स्तिथी में वह अजेंडे के रूप में जितना दुष्प्रचार रही है उतना ही उसकी दूरी जनता से बन रही है और बार बार मुँह की खा रही है। इस बार भी उसके भ्रामक दुष्प्रचार का जनता जवाब देगी।