ट्रांसपोर्टरों ने फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पर दिया धरना

ट्रांसपोर्टरों ने फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पर दिया धरना

ट्रांसपोर्टरों ने फाइसेंस कंपनी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आक्रोशित ट्रांसपोर्टरों ने हाथीबड़कला स्थित एक कंपनी के दफ्तर पर नारेबाजी कर धरना दिया।

मंगलवार को देवभूमि बिल्डिंग मेटीरियल सप्लायर्स एवं ट्रक ऑपरेटर कल्याण समिति से जुड़े ट्रांसपोर्टर कंपनी के दफ्तर पर पहुंचे। यहां कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करने के बाद धरने पर बैठे। यहां हुई सभा में प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र बालियान ने कहा कि फाइनेंस कंपनियां ट्रांसपोर्टरों का उत्पीड़न कर रही हैं। हाथीबड़कला स्थित एक कंपनी ने ट्रांसपोर्टरों को सबसे ज्यादा परेशान कर रखा है। कोरोनाकाल में ट्रांसपोर्ट कारोबार ठप हो गया था, तब रिजर्व बैंक और भारत सरकार ने फाइनेंस कंपनियों को वाहन स्वामियों पर किश्त जमा करने के लिए दबाव न बनाने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही किश्त में छूट भी की गई, लेकिन कंपनियां नियमों का पालन नहीं कर रही है। ट्रांसपोर्टरों पर कोरोनाकल की किश्त जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। किश्त जमा नहीं करने पर ट्रांसपोर्टरों को एनओसी नहीं दी जा रही है, जिस कारण ट्रांसपोर्टरों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है, जिस कारण ट्रांसपोर्टरों को मजबूरन धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। वहीं, कुछ देर पर बाद कंपनी के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और ट्रांसपोर्टरों को उनकी मांगों के निराकरण का आश्वासन दिया, जिस पर ट्रांसपोर्टर शांत हुए। इस मौके पर संरक्षक लालचंद शर्मा, प्रवीन त्यागी, गजेंद्र सिंह गुलाटी, प्रवीण त्यागी, रवि पांडेय, संजीव मलिक, सहदेव सिंह तोमर, रितेंद्र चौधरी, सिद्धार्थ मलिक आदि मौजूद रहे।

उत्तराखंड