नगर निगम की पांच व मलेरिया विभाग की दो मशीनें खराब, कैसे निपटेंगे संक्रामक बीमारियों से

नगर निगम की पांच व मलेरिया विभाग की दो मशीनें खराब, कैसे निपटेंगे संक्रामक बीमारियों से

हल्द्वानी : हल्‍द्वानी शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां-तहां सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। ड्रेनेज का हाल भी बेहाल है। इस वजह से जहां-तहां पानी भरा हुआ है। यह मच्छरों के पनपने की मुफीद स्थिति है। इसके बावजूद लोक निर्माण विभाग को बजट का इंतजार है। नगर निगम व मलेरिया विभाग की मशीनें खराब हैं और स्टाफ भी आधा-अधूरा। दो साल पहले की भयावह स्थिति के बावजूद जनप्रतिनिधि से लेकर विभागीय अधिकारी महज औपचारिकता निभाते नजर आ रहे हैं।

रुद्रपुर में मलेरिया कार्यालय और कर्मचारी पूरे नहीं

नैनीताल जिले के नाम से मलेरिया कार्यालय रुद्रपुर में है। यानी दो जिलों का एक ही स्टाफ है। केवल आठ कर्मचारी हैं, जबकि 12 और कर्मचारियों के पद सृजित करने के लिए कई बार सीएमओ के जरिये शासन को पत्र भेजा गया है। इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ। दोनों जिलों के लिए केवल नौ फॉगिंग मशीनें हैं। इसमें भी दो खराब हैं। जबकि दोनों जिलों में मच्छरजनित बीमारियां मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया का जबरदस्त प्रकोप रहता है।

जानिए क्‍या कहते हैं जिम्‍मेदार

जिला मलेरिया अधिकारी अर्जुन राणा का कहना है कि मच्छरजनित बीमारियों के प्रकोप को कम करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। सर्वे भी किया जा रहा है। जरूरत पडऩे पर फॉगिंग की जाएगी। फिलहाल हमारे पास सात मशीनें हैं। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल ने कहा कि फॉगिंग मशीन रिपेयर करने का काम अकेले रुद्रपुर में होता है। सामान नहीं मिलने से थोड़ी परेशानी आ रही है। जल्द ही सभी मशीनों को ठीक करा लिया जाएगा।

नगर निगम ने कर्मचारी लगा दिए, मशीन दुरुस्त करना भूला

बरसात में जलजनित बीमारियों के फैलने के खतरे को देखते हुए नगर निगम दो अगस्त से विशेष सफाई अभियान चलाए हुए है। अभियान को तीन माह तक चलना है। इसके लिए 40 सफाई कर्मचारियों व दो सुपरवाइजर की दो टीमें बनाकर वार्ड में लगाया गया है। निगम ने कर्मचारी तो नियुक्त कर दिए, लेकिन खराब फॉगिंग मशीनों की मरम्मत करने की सुध नहीं ली। निगम के पास चार बड़ी व पांच छोटी मशीनें हैं। इनमें चार छोटी व एक बड़ी मशीन खराब पड़ी है। एक बड़ी मशीन को रिजर्व में रखा है, जबकि दो बड़ी व एक छोटी मशीन से वार्डों में फॉगिंग की जा रही है। दो टीमें अभी तक सात वार्डों में ही फॉगिंग करा पाई है। ऐसी स्थिति में सभी वार्डों तक पहुंचने तक बरसात बीत जाएगी। वहीं ड्रेनेज की समस्या को लेकर कोई ठोस समाधान नहीं निकाला जा सकता है।

नैनीताल जिले में 40 सड़कों में छोटे-बड़े सैकड़ों गड्ढे

नैनीताल जिले की सड़के गड्ढों से भरी हुई हैं। गड्ढायुक्त सड़कें पर्यटकों व राहगीरों के लिए मुसीबत तो बने हुए हैं, इनमें बरसात का पानी भरने से संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बन गया है। कई जगह गड्ढे इतने बड़े हैं कि उसमें मच्छर के लार्वा भी पनपने लगे हैं। फिलहाल लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अभय कुमार का कहना है कि जिले की 40 सड़कों में गड्ढे भरने की योजना बनाई गई है। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। बारिश रुकने के बाद कार्य शुरू किया जाएगा। ऐसे में सितंबर पहले सप्ताह से पैचिंग करने की योजना बनाई है।

गड्ढे भरने को दो करोड़ रुपये प्रस्तावित

नैनीताल जिले में सड़क के गड्ढे भरने के लिए लोक निर्माण विभाग की ओर से दो करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। जिसके लिए बारिश रुकने का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल बारिश होने के बाद सड़कों पर जलजमाव हो रहा है। संक्रामक बीमारियां का खतरा बढ़ते जा रहा है।

अन्य खबर