उत्तराखंड को रोशन करने के लिये जलमग्न हुआ लोहरी गांव, घरों को डूबता देख बहे ग्रामीणों के आंसू

उत्तराखंड को रोशन करने के लिये जलमग्न हुआ लोहरी गांव, घरों को डूबता देख बहे ग्रामीणों के आंसू

यमुना नदी पर ग्राम जुड्डों में बनकर तैयार हुए व्यासी बांध की झील में पानी भरने का काम अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। पानी का स्तर बढ़ने के साथ ही डूब क्षेत्र में आए लोहारी गांव में सोमवार को पानी आ गया है। लगभग तीन बजे से गांव में पानी भरना शुरू हो गया था।

आखिरकार लम्बी जद्दोजहद के बाद कालसी तहसील क्षेत्र का लोहारी गांव को मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने खाली करा ही लिया। दरअसल आपको बता दें कि 120 मेगावॉट की व्यासी जल विद्युत परियोजना के डूब क्षेत्र में आए लोहारी गांव को खाली कराये जाने की कवायद लम्बे समय से की जा रही थी, लेकिन ग्रामीण मुआवजा दिये जाने और जमीन के बदले जमीन दिये जाने की मांग पर अड़े थे। हालांकि कुछ समय पूर्व सभी प्रभावित परिवारों को मुआवजा की राशि दी जा चुकी है। लेकिन ग्रामीणों के विस्थापन का कोई हल नहीं निकल पाया है। वहीं दूसरी ओर व्यासी जल विद्युत परियोजना के पूरी हो जाने के बाद लोहारी गांव खाली न होने से दिक्कत आ रही थी, जिसके चलते प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए ग्रामीणों को 48 घंटे में गांव खाली करवाने का नोटिस चस्पा किया और आज समय पूरा हो जाने के बाद सुबह ही प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर गांव आ धमकी और अपनी कार्रवाई शुरू की, जिसके चलते प्रशासन की ओर से टीम की अगुवाई कर रहे एडीएम देहरादून शिव कुमार बर्नवाल को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी स्थिति का जायजा लेने और ग्रामीणों से मिलने पहुंचे पूर्व नेता प्रतिपक्ष और चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने ग्रामीणों से वार्ता कर उनकी समस्याओं को सुना। और मोबाइल पर ही संबंधित विभाग के अधिकारियों की लताड़ लगाते हुए ग्रामीणों के लिए अस्थाई रहने की व्यवस्था करने के सख्त दिशा निर्देश दिए।

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