मौत का झपट्टा, शोक में ग्वाड़

मौत का झपट्टा, शोक में ग्वाड़

लाडले के शोक में ग्वाड़

खिर्सूः खूनी पंजों का कहर पहाड़ के गांवों की नियति सी बन गई है। जनावर की इन जान लेती वीभत्स करतूतों से कभी कोई गोद सूनी हो जाती है तो कहीं मां का आंचल तो कभी पिता का साया बिना बात के ही सिर से उठ जाता है।
गत दिवस फिर से पौड़ी जनपद के ग्वाड़ खिर्सू गांव में गुलदार ने 11 वर्षीय अंकित पुत्र श्री राकेश सिंह रावत पर मौत का झपट्टा मारा। और अंकित की खिलखिलाती जिंदगी हमेशा के लिए खामोश हो गई।
अप्रिय हादसे से ग्वाड़ गांव से लेकर पूरा क्षेत्र गमगीन है। दहशत से ग्रामीण सहमे हैं। हर बार की तरह औपचारिकताएं सिलसिलेवार कागजों में उतारी जा रही हैं। लेकिन ठोस समाधान आए दिन हो रहे हादसों के बाद भी दूर की कौड़ी ही नजर आता है।

परिजनों की पीड़ा लिखने के सच में बड़े से बड़े शब्द भी छोटे पड़ जाते हैं। मानव की तीक्ष्ण बुद्धि में वह माद्दा नहीं है कि वह उस विछोह और करूणा को शब्द दे सके।
क्षेत्र के विधायक व कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत ने इस घटना पर गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है,
| दुखद समाचार |
विगत रात्रि खिर्सू ग्वाड़ में बाघ के हमले में 13 वर्षीय बालक की मृत्यु का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से पूरे परिवार को इस दुख की घड़ी में सहनशक्ति प्रदान करने और दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने की प्रार्थना करता हूं।
ॐ शांति

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