69 घंटे बाद भी नहीं बुझ पाई शीशमबाड़ा में लगी आग, देहरादून पहुंचा धुआं

69 घंटे बाद भी नहीं बुझ पाई शीशमबाड़ा में लगी आग, देहरादून पहुंचा धुआं

पिछले कुछ दिनों से लगातार जल रहे लाखों टन कचरे से दून और आसपास की आबोहवा खराब होने लगी है। वातावरण में धुएं का असर दिखने से चिंतित उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सेलाकुई और आसपास एयर क्वालिटी मानिटरिंग शुरू कर दी है, ताकि ये पता चल सके कि इस खतरनाक धुएं से वायु में कितना प्रदूषण फैला है।

शीशमबाड़ा में पिछले कुछ दिनों से नगर निगम के कचरे के ढेर में आ लगी हुई है। तमाम कोशिशों के बावजूद ये आग बुझ नहीं पा रही है। मंगलवार रात से इस कचरे का धुआं सेलाकुई से दून की ओर वातावरण में फैलने लगा है। ऐसे में इससे वायु में हानिकारक गैसों और पार्टिकल्स के आने की आशंका जताई जा रही है। दून से ये इलाका काफी धुंधला भी दिखने लगा है। यानी धुआं वातावरण में पूरी तरह फैलने लगा है। विशेषज्ञों की माने तो जो कचरा जल रहा है उसके धुएं में कई तरह के खतरनाक रसायन वायु में मिलने की आशंका है। इसी के चलते हवा की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. आके चतुर्वेदी ने बताया कि बोर्ड के सदस्य सचिव एसपी सुबुद्धि के निर्देश पर मानिटरिंग की जा रही है। एक दो दिन में इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। उसके बाद ही प्रदूषण की तस्वीर साफ हो पाएगी। सदस्य सचिव एपी सुबुद्धि ने बताया कि लाखों टन कचरा इस तरह जलने से वातावरण पर काफी बुरा असर पड़ेगा।

प्लांट में कई खामियां
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में मशीनों की खराबी, स्टाफ की कमी और अन्य मानक पूरे नहीं होने की जानकारी लंबे समय से छिपाकर रखी जा रही थी। कूड़े के निस्तारण और रखरखाव की निगरानी के लिए कंपनी के अलग से अधिकारी की तैनाती के बावजूद वहां व्यवस्था दिनोंदिन खराब होती रही। जबकि नगर निगम से लाखों रुपये का भुगतान किया जाता रहा।

तीन जगह लगी आग
नगर निगम की जांच में सामने आया कि कूड़े के ढेर में आग तीन जगह लगी। हालांकि, निगम अफसर अभी साफ तौर पर यह नहीं बता पा रहे हैं कि आग जानबूझकर लगाई है या तेज धूप के कारण लगी। सचिव शहरी विकास निदेशालय शैलेश बगौली ने निर्देश दिए हैं कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का विशेषज्ञों की टीम से निरीक्षण करवाया जाए।

व्यवस्था दुरुस्त करें
नगर निगम ने कंपनी को सात दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। आग बुझाने के इंतजाम करने, लैंडफिल साइट के पास सीसीटीवी कैमरे लगाने, कूड़ा निस्तारण का रिकॉर्ड रखने, सुपरवाइजर और सुरक्षा कर्मचारी तैनात करने, हवा पानी के सैंपलों की जांच का ब्यौरा रखने समेत समस्त नियम शर्तों का पालन करने को कहा गया है।

कंपनी को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की खामियां दूर करने के सख्त निर्देश दिए हैं। सात दिन के अंदर व्यवस्था नहीं सुधरी तो नगर निगम कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करेगा। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए टीमें लगी हैं।

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