खलिया ट्रैक पर गए बरेली के युवकों का तीसरे दिन भी नहीं चला पता, फोन भी स्विच आफ, पांच टीमें रेस्क्यू में जुटीं

खलिया ट्रैक पर गए बरेली के युवकों का तीसरे दिन भी नहीं चला पता, फोन भी स्विच आफ, पांच टीमें रेस्क्यू में जुटीं

मुनस्यारी : मुनस्यारी में खलिया ट्रैक पर बरेली के दो युवकों तीसरे दिन मं गलवार को भी कोई पता नहीं चल सका है। उनकी खोजबीन जारी। आईटीबीपी, एसडीआरएफ, वन विभाग, आपदा प्रबंधन और पुलिस की पांच टीमें खोजबीन उनकी तलाश में जुटी हैं। एसडीएम बीएल राणा भी खलिया पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि अब लापता युवक का फोन भी स्विच आफ आ रहा है।

होटल के पास युवकों का आधार कार्ड भ्ज्ञी नहीं

शनिवार की शाम बरेली निवासी दो युवक बाइक से मुनस्यारी पहुंचे थे। मुनस्यारी में उन्होंने एक होटल में कमरा लिया। होटल रजिस्टर में युवक ने अपना नाम विशाल गंगवार निवासी बरेली उत्त्तर प्रदेश,मोबाइल नंबर 8218220343 और मोटरसाइकिल नंबर यूपी 25 सीई 9130 दर्ज कराई । अपने साथी का नाम संतोष कुमार बताया। जिस समय युवा मुनस्यारी पहुंचे तो बिजली नहीं होने से उनके आधार कार्ड की कापी नहीं बन सकी। युवाओं ने सुबह आधार कार्ड की फोटो कापी देने को कहा।

11 बजे युवकों के भटकने की मिल जानकारी

रविवार सुबह करीब दस बजे होटल वालों को बिना बताए मोटर साइकिल से खलिया को रवाना हो गए। पातलथौड़ में खलिया गेट के पास युवाओं ने निर्धारित बीस रुपए की पर्ची काटी और उसमें भी अपना नाम और निवासी बरेली बताया साथ में मोबाइल नंबर दर्ज कराया। दोनों खलिया ट्रैक पर चले गए। तब करी 11 बजे रहे थे। अपरान्ह साढ़े तीन बजे युवक विशाल गंगवार का इडीसी के संचालक बृजेश धर्मशक्तू को फोन आया और उसने बताया कि वह मार्ग भटक गए हैं, उन्हें रेस्क्यू किया जाए।

सोनू निखुर्पा ने आधी रात खोजा

फोन आते ही ईको वालों ने क्षेत्र के जानकार और रेस्क्यू करने वाले पूर्व सैनिक सोनू निखुर्पा फोन नंबर युवकों को दिया और उन्हें अपनी लोकेशन बताने को कहा। युवकों ने सोनू निख्रुर्पा से फोन पर बात की और अपनी लोकेशन बताई। इस जानकारी पर सोनू निखुर्पा, चंद्र गनघरिया और गाइड प्रहलाद राम रेस्क्यू के लिए निकले। शाम साढ़े छह बजे वह फोन से दी गई लोकेशन पर जीरो प्वाइंट के निकट पहुंचे परंतु वहां पर दोनों युवक नहीं मिले। शाम साढ़े छह बजे युवकों ने फिर फोन किया ।

घने काेहरे के कारण साथ के लोग भी नहीं दिख रहे

रेस्क्यू दल ने बताया कि युवाओं के बताए लोकेशन पर जाने के बाद उन्हें आवाज लगाई परंतु वह नहीं मिले। क्षेत्र में कोहरा इतना घना था कि साथ के लोग भी नजर नहीं आ रहे थे । मध्य रात्रि के बाद तक खोज और राहत कार्य चलता रहा। सुबह साढ़े तीन बजे बचाव दल वापस लौटा। सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास युवकों का फिर से फोन आया। बचाव दल ने उनसे लोकेशन की फोटो वाट्सअप से भेजने को कहा । युवाओं ने लोकेशन की पूरी ट्रेसिंग भेजी और बचाव करने वाले लोकेशन पर पहुंचे परंतु युवक वहां नहीं मिले । तब से लगातार खोजबीन जारी रही ।

बारिश और ओलावृष्टि से मौसम और खराब

शाम को खलिया क्षेत्र में मौसम बेहद खराब हो गया । भारी बारिश और ओलावृष्टि होने लगी जो शाम तक जारी रही। खोज एवं बचाव दल सायं साढ़े सात बजे गेट पर वापस लौटा। इसकी सूचना प्रशासन को दिए जाने के बाद वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और इको डेवलेपमेंट कमेटी का दूसरा खोज एवं बचाव दल रेस्क्यू के लिए रवाना हो चुका है। खलिया क्षेत्र में मौसम बेहद खराब है।

10, 400 फीट की ऊंंचाई पर खलिया क्षेत्र

खलिया क्षेत्र 10, 400 फीट की ऊंंचाई पर स्थित विशाल अल्पाइन क्षेत्र है। जो बिर्थी झरने के उद्गम से लेकर मर्तोली थौड़ तक फैला हुआ है। ऊपर से युवा उनके बताए लोकेशन पर नहीं मिलने से खोज एवं बचाव दल के लिए मुसीबत बनी हुई है। इधर होटल में उनका कमरा भी बंद है और चाबी उनके पास ही है। जिसके चलते उनका बरेली का वास्तविक पता भी नहीं मिल पा रहा है। पिछले सप्ताह भी खलिया में गए मुंबई के दो पर्यटक भटक गए थे परंतु उनके द्वारा दी गई लोकेशन पर पहुंचने के बाद दोनो मिल गए थे ।

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