उत्तरकाशी। हर्षिल से लम्खागा पास होते हुए हिमाचल प्रदेश स्थित छितकुल की ट्रैकिंग पर गए 11 सदस्यीय दल में पांच पर्यटकों की मौत हो गई है। जबकि अन्य पर्यटकों को हेली से रेस्क्यू किया जा रहा है। मरने वालों में दिल्ली की एक महिला पर्यटक भी शामिल है। हेली से एक पर्यटक को हर्षिल पहुंचाया गया है। इस संबंध में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि पांच पर्यटकों की मौत हो गई है। एसडीआरएफ की टीम हेली से रेस्क्यू कर रही है। करीब साढ़े चार हजार मीटर की ऊंचाई पर यह पर्यटक खोज बचाव दल को मिले हैं। एक पर्यटक को हर्षिल लाया गया। वहां पर्यटक को उपचार दिया जा रहा है।
हर्षिल से निकला था छितकुल की ट्रैकिंग पर
बता दें कि पर्यटकों का 11 सदस्यीय दल हर्षिल से लम्खागा पास होते हुए हिमाचल प्रदेश स्थित छितकुल की ट्रैकिंग के लिए गया था। पर्यटक दल को मंगलवार को छितकुल पहुंचना था, लेकिन यह दल लापता हो गया था। लापता दल की खोजबीन के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने हेलीकाप्टर से सर्च अभियान चलाया।
हर्षिल से छितकुल की पैदल दूरी है 80 किलोमीटर
उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल से छितकुल की पैदल दूरी करीब 80 किलोमीटर है। यह ट्रैक क्यारकोटी बुग्याल होते हुए 5500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लम्खागा पास से होकर छितकुल हिमाचल प्रदेश पहुंचता है।
एसडीआरएफ ने हेलीकाप्टर से चलाया सर्च अभियान
हर्षिल से छितकुल ट्रैकिंग पर गए 11 सदस्यीय दल में आठ ट्रैकर और तीन रसोइये शामिल थे। वहीं उनके साथ छह पोर्टर दो रोज पहले छितकुल पहुंच गए थे। बुधवार को ही लापता दल की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ ने हेलीकाप्टर से सर्च अभियान शुरू किया था। लापता सदस्यों में दिल्ली की एक महिला भी है।
नेलांग लाए गए तीन पोर्टर के शव
उत्तरकाशी में चीन सीमा पर आइटीबीपी के गश्ती दल से बिछुड़े तीन पोर्टरों के शव आइटीबीपी ने गत बुधवार को बरामद कर दिए थे। तीनों के शव बुधवार की देर शाम को नेलांग लाए गए। लेकिन भैरव घाटी और नेलांग के बीच मार्ग बंद होने के कारण शवों को हेली के जरिये उत्तरकाशी मातली लाया जा रहा है। इस घटना को लेकर स्थानीयजनों ने आइटीबीपी पर लापरवाही का आरोप लगाया है।