धर्मपुर विधानसभा सीट: एक अनार 4 बीमार

धर्मपुर विधानसभा सीट: एक अनार 4 बीमार

उतराखण्ड राज्य मे वर्तमान की निर्वाचित भाजपा शासित सरकार के मात्र 5 माह का कार्यकाल शेष रह गया है। भारतीय चुनाव आयोग अगले वर्ष 2022 के फरवरी माह मे उतराखण्ड राज्य मे विधानसभा चुनाव करवा सकता है। ज्ञात हो कि अगले वर्ष 2022 के प्रारंभ मे पांच राज्य जिनमे उतर प्रदेश, उतराखण्ड, पंजाब, गोवा व मणिपुर विधानसभा शामिल हैं इन सभी वर्तमान राज्य सरकारो का कार्यकाल मार्च 2022 मे समाप्त होगा तथा कार्यकाल समाप्ति से पूर्व इन पांचो राज्यो मे चुनाव होने है। भारत निर्वाचन आयोग सम्भवतः इसी वर्ष दिसंबर माह के अंत मे या फिर जनवरी माह 2022 के प्रारंभ मे उत्तर प्रदेश, उतराखण्ड, पंजाब, गोवा व मणिपुर राज्यो मे विधानसभा चुनाव कराने हेतु तिथियां घोषित कर चुनाव आचार संहिता लागू कर सकता है।

बहरहाल हम बात करते है उतराखण्ड की राजधानी देहरादून के सबसे ज्यादा मतदाताओ वाली हाॅट सीट धर्मपुर विधानसभा मे भाजपा के दावेदारो की। देहरादून की धर्मपुर विधानसभा मे वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव मे कुल1,84,069 मतदाता थे तो वही वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव मे इसमे मतदाताओ की संख्य बढ़कर 1,97,457 हो गई थी जो फिलहाल वर्तमान समय मे जब नये मतदाता जोडने का कार्य चल रहा है तो सम्भवतः वह बढ़कर लगभग 2,10,000 के उपर हो जाएगी। इस विधानसभा सीट पर वर्तमान मे देहरादून के नगर निगम मे दो बार मेयर रहे व वर्तमान समय मे विधायक विनोद चमोली ने 2017 के विधानसभा चुनाव की प्रचंड मोदी लहर मे कांग्रेस सरकार के कैबिनेट मंत्री व धर्मपुर क्षेत्र के तत्कालीन कांग्रेस विधायक दिनेश अग्रवाल को हराकर इस सीट से विजय प्राप्त कर उतराखण्ड विधानसभा मे बतौर विधायक प्रथम बार प्रवेश किया। आपको यह बता दे कि पिछले विधानसभा चुनाव मे उतराखण्ड की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर भाजपा को वोट दिया था उस समय संपूर्ण उतराखण्ड राज्य मे जोरदार मोदी लहर थी जिसके फलस्वरूप इस पर्वतीय प्रदेश की 70 विधानसभाओ मे से भाजपा को 57 विधानसभा सीट पर विजय प्राप्त हुई थी । पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना देश और उतराखण्ड प्रदेश मे प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा कराए जा रहे अभूतपूर्व विकास कार्यो और उनकी जनहित से जुड़ी योजनाओ के प्रति देवभूमि उतराखण्ड की जनता का विश्वास और सम्मान पूर्व से अधिक बढ़ा है पर वर्तमान समय मे 2017 की तुलनात्मक मोदी लहर दिखाई नही दे रही है। फिलहाल तो राज्य की सबसे अधिक मतदाताओ वाली देहरादून की धर्मपुर विधानसभा के विधायक विनोद चमोली को इसबार उनके ही पार्टी के अनेक कार्यकर्ताओ के विरोध का सामना भी करना पड रहा है जो सर्वविदित है। हाल ही मे इसी विधानसभा के एक भाजपा मंडल अध्यक्ष, उनके महामंत्री और उपाध्यक्ष ने विधायक विनोद चमोली के व्यवहार व कार्यशैली का विरोध करते हुए अपना इस्तीफा महानगर भाजपा संगठन को सौंप दिया था। धर्मपुर विधानसभा के सूत्र बताते है भाजपा के कई और नेता और कार्यकर्ता भी विधायक से नाखुश है और वह इस सीट से दावेदारी करने वाले अन्य नेताओ का समर्थन कर रहे है और उनके साथ घूमकर उनके लिए बैठकें भी आयोजित कर रहे है।

बहरहाल आपको बता दे कि देहरादून की इस धर्मपुर विधानसभा सीट से कई युवा भाजपा नेता जो कि पार्टी के साथ दो दशक से ज्यादा समय से कार्य कर रहे हैं वह सभी धर्मपुर विधानसभा मे घूमकर भाजपा कार्यकर्ताओ व जनता के समक्ष अपनी दावेदारी की बात रख रहे है। सूत्रो के हवाले से पता चला है कि प्रत्येक दावेदार अपनी पार्टी के वरिष्ठ प्रादेशिक व राष्ट्रीय नेताओ से संपर्क बनाए हुए है वह उनके समक्ष मजबूती के साथ धर्मपुर सीट से अपनी-अपनी दावेदारी की बात रख रहे है और भाजपा का टिकट मांग रहे है। धर्मपुर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट की दौड मे फिलहाल वर्तमान विधायक विनोद चमोली जी के अलावा कुछ नाम आजकल चर्चा का केंद्र बने हुए है जिनके पोस्टर्स और होर्डिंग्स आये दिन देखे जा रहे है उन मुख्य उम्मीदवारो मे भाजपा के युवा नेता और तीन बार कैंट बोर्ड कलेमेनटाउन, देहरादून के इतिहास मे निर्वाचित उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी भी है जो पिछले 23 वर्षो से भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप मे कार्य कर रहे हैं। कंडारी भारतीय जनता युवा मोर्चा मे कलेमेनटाउन मंडल अध्यक्ष, देहरादून जिला के युवा मोर्चा मे रचनात्मक प्रकोष्ठ प्रभारी, भारतीय जनता युवा मोर्चा देहरादून मे जिलाध्यक्ष, से लेकर प्रदेश सह- प्रभारी युवा मोर्चा रचनात्मक प्रकोष्ठ उतराखण्ड व प्रदेश मंत्री युवा मोर्चा के पदो पर गणेश जोशी, वर्तमान विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , और पूर्व दायित्वधारी और भाजपा के नेता गजराज सिंह बिष्ट की टीम मे उपरोक्त वर्णित पदो पर कार्य कर चुके है। युवा नेता कंडारी ने भाजपा उतराखण्ड की प्रादेशिक टीम मे तीन बार बतौर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के रूप मे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बच्ची सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल और तीरथ सिंह रावत के साथ भी उनके तत्कालीन प्रदेश अध्यक्षीय कार्यकाल की मुख्य टीम मे भी कार्य किया है। और युवा नेता भूपेंद्र सिंह कंडारी का पार्टी के प्रति समर्पण और सकरात्मक कार्यशैली से सभी भली प्रकार से वाकिफ हैं। वह पिछली बार भी 2017 के विधानसभा चुनाव मे भी धर्मपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी का टिकट मांग रहे थे और विश्वस्त सूत्र बताते है कि भाजपा के तीन सदस्यीय पैनल मे वर्तमान विधायक विनोद चमोली जी व स्वर्गीय उमेश अग्रवाल के साथ भूपेंद्र सिंह कंडारी का नाम प्रमुखता पूर्वक था। कंडारी धर्मपुर विधानसभा मे भाजपा युवा नेता है जिनके साथ युवा, मातृ शक्ति, पूर्व सैनिक गढवाल और कुमाऊँ (पर्वतीय), मैदानी, गोरखाली और मुस्लिम समुदाय के लोग हजारो की तादाद मे जुड़े हुए है। वह इस बार भी धर्मपुर विधानसभा से टिकट पाने हेतु सक्रिय होकर कार्यकर्ताओ और जनता के बीच बैठके कर रहे हैं।

सूत्र बता रहे कि भाजपा नेता स्वर्गीय उमेश अग्रवाल जी के पुत्र सिद्धार्थ अग्रवाल भी इस सीट से अपना टिकट चाह रहे है और वह भी धर्मपुर क्षेत्र मे निरंतर कार्यकर्ताओ के साथ बैठक कर सक्रियता बनाये हुए है, वहीं इस सीट से भाजपा की टिकट चाहने वाले तीसरे युवा नेता पहाड़ी प्रजामंडल समाज के अध्यक्ष व भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य बीर सिंह पंवार भी है जो कि धर्मपुर विधानसभा मे सक्रिय होकर बैठके कर रहे है।

बीर सिंह पवांर पिछली बार 2017 के विधानसभा चुनाव मे भी इस सीट से अपना टिकट चाह रहे थे परंतु पिछली बार वह भी कंडारी की तरह भाजपा के टिकट पाने से वांछित रह गए। विश्वस्त सूत्र बताते है कि इन युवा नेताओ के अलावा धर्मपुर सीट से टिकट चाहने वाले कुछ और भी दावेदार गुपचुप तरीके से पार्टी के भीतर और क्षेत्र मे अपनी सक्रियता बनाये हुए है वह सभी भाजपा की पूर्व और वर्तमान सरकारो मे दायित्वधारी भी रहे है। फिलहाल उतराखण्ड प्रदेश की सबसे अधिक मतदाताओ वाली इस हौट सीट पर भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय संगठन आने वाले समय मे किसको टिकट देता है यह तो आने वाला समय बतायेगा। पश्न उठता है कि क्या इस बार भी भाजपा अपने वर्तमान विधायक विनोद चमोली को ही टिकट देकर आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव मैदान मे प्रत्याशी के तौर पर उतारेगी या फिर अन्य किसी वरिष्ठ नेता अथवा युवा नेता को टिकट देकर मैदान मे उतारेगी यह तो भाजपा के प्रादेशिक व राष्ट्रीय नेतृत्व को तय करना है। बहरहाल सूत्रो के हवाले से ज्ञात हुआ है कि इस बार राजधानी देहरादून की धर्मपुर सीट मे प्रत्येक दावेदार जनता के बीच जाकर जिस प्रकार से अपनी-अपनी दावेदारी मजबूत कर बैठके कर रहे है उससे तो यही प्रतीत होता है कि विधायक विनोद चमोली की राह पूर्व विधानसभा चुनाव 2017 की भांति इस बार 2022 विधासभा चुनाव मे आसान नही होने वाली है ।उनको अपनी ही पार्टी मे वरिष्ठ के साथ-साथ युवा नेताओ से जोरदार टक्कर मिलने की संभावना है।

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