कुमाऊं में आपदा ने 389 लोगों का घर तबाह किया, अब दूसरों की मदद पर निर्भर

कुमाऊं में आपदा ने 389 लोगों का घर तबाह किया, अब दूसरों की मदद पर निर्भर

हल्द्वानी : हर व्यक्ति की ख्वाहिश होती है उसके सपनों का घर हो, ऐसा घर जहां वह परिवार के साथ सुकून से रह सके। इधर हाल ही में कुमाऊं में आई आपदा ने 389 लोगों के सपनों पर कहर बरपाया। नौबत यह है कि घर टूटने के बाद यह लोग अब दूसरों की मदद पर निर्भर हैं। सरकार व सामाजिक संस्थाओं की ओर से इनके रहने की अस्थायी इंतजाम किए गए हैं।

18-19 अक्टूबर को कुमाऊं में आई आपदा हजारों लोगों को कभी न भूल पाने वाला जख्म दे गयी। रातभर हुई बारिश से घर मलबे में दब रहे थे। नदी के किनारे बने घर जल समाधि ले चुके थे। कुमाऊं में हर तरफ चीख-पुकार मची थी। लोगों को बचाने के लिए पुलिस व एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डोगरा रेजिमेंट के जवानों ने ताकत झोंक दी।

डीआइजी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुमाऊं में आपदा से 389 लोगों के आशियाने टूटने के अलावा क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकांश घर मलबे में समा गए। आपदा के बाद 10 लोग अभी तक लापता हैं । इसमें बागेश्वर में छह, नैनीताल में तीन व ऊधमसिंह नगर में एक व्यक्ति शामिल है। चम्पावत, पिथौरागढ़, नैनीताल व यूएस नगर में 12 राज्य मार्ग अभी भी बंद हैं।

आपदा की चपेट में आए घर

जिला          घर

अल्मोड़ा      78

बागेश्वर      04

पिथौरागढ़   04

चम्पावत     04

नैनीताल     221

यूएस नगर  78

बचाव कार्य अब भी जारी

डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि आपदा से बचाव कार्य अब भी जारी है। पर्वतीय मार्गो को यातायात के लिए खुलवाया जा रहा है। आपदा में बेघर हुए लोगों की मदद की जा रही है। पहाड़ में बारिश से 389 लोगों के आशियाने क्षतिग्रस्त व टूट गए।

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