जिला मुख्यालय के पास के जंगलों में लगी वनाग्नि के कारण गत दिवस खेल विभाग के हॉस्टल का एक कमरा आग की चपेट में आने के कारण कमरे में रखे स्पोर्ट्स सामग्री व जरूरी दस्तावेज जल गये थे। वनाग्नि के कारण हॉस्टल के कमरे व इसके रखी सामग्री को हुए नुकसान का जायजा लेने जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान द्वारा घटना स्थल का मौका-मुआयना किया गया। इस दौरान उन्होंने खेल विभाग के अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बीते रविवार को मुख्यालय स्थित टेका जंगल में लगी आग खेल विभाग के हॉस्टल तक पहुंच गई और एक कमरे में रखे बच्चों के सामान जल कर राख हो गया। इस दौरान तत्काल फायर टीम, खेल विभाग के कर्मचारियों व स्थानीय लोग पहुंचे और आग पर काबू पाया। जिलाधिकारी ने हॉस्टल का निरीक्षण करते हुए खेल अधिकारी को कमरे में बच्चों का खेल सामग्री व अन्य दस्तावेज जो आग से जलकर राख हुआ है उसकी रिपोर्ट बनाते हुए प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि खेल के सामान की जो भी क्षति पहुंची है, उसकी पूरी भरपाई की जायेगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने छात्रावास में रह रहे बच्चों से मुलाकात करते हुए उनको आवश्यक सहायता का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना को गंभीरता से लिया गया है, हॉस्टल की सुरक्षा के संबंध में सभी आवश्यक कदम उठाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि आग की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त सामान की शीघ्र भरपाई की जायेगी।
जिलाधिकारी ने आमजनमानस से अपील करते हुए कहा कि जिस क्षेत्र में वनाग्नि की घटना होती है उसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम-18001804141 या किसी अधिकारी को दें। जिससे उस क्षेत्र की वनाग्नि घटनाओं को रोका जा सकेगा। कहा कि वनाग्नि घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर जन-सहभागिता महत्वपूर्ण है।
निरीक्षण के दौरान खेल अधिकारी संदीप डुकलान सहित अन्य उपस्थित थे।