जूते पहनकर सो रहे भारतीय छात्र कि दूतावास से सूचना मिलते ही निकल पड़ेंगे घर के लिए

जूते पहनकर सो रहे भारतीय छात्र कि दूतावास से सूचना मिलते ही निकल पड़ेंगे घर के लिए

हल्द्वानी : यूक्रेन ने फंसे मेडिकल के छात्रों को भारतीय दूतावास ने  वतन वापसी के लिए हर समय तैयार रहने का फरमान सुनाया गया है। इसके बाद से छात्रों ने अपने लैपटाप सहित जरूरी सामान पैक कर रख लिए हैं। यही नहीं उन्होंने रात में जूते तक पहनकर सो रहे कि इंडियन एंबेसी से सूचना मिलते ही वह बिना देरी किए घर के लिए निकल पड़ें। 

जी हां, यह बात बताई उर्वशी जंतवाल ने, जो कि यूक्रेन में पढ़ाई करने गई हुई हैं। कहा कि यहां पर सभी विद्यार्थी अलर्ट मोड पर हैं। बैग में लैपटॉप आदि सामान रखकर तैयार बैठे हैं। उर्वशी ने शुक्रवार तड़के पांच बजे स्वजनों करीब 25 मिनट तक बातचीत की और हालात की जानकारी दी। बताया कि यूक्रेन के पश्चिमी इलाकों में अब तक रूसी सैन्य हमले अब तक नहीं हुए हैं, इसलिए स्वजनों की चिंता कम हुई है।

उर्वशी की मां व कुमाऊं विवि के इतिहास विभागाध्यक्ष प्रो सावित्री जंतवाल ने बताया कि दूतावास के फरमान के बाद उर्वशी व उनके साथी वतन वापसी को तैयार हैं। उर्वशी व साथी दूतावास के फरमान के बाद जूते पहनकर सो रहे हैं ताकि किसी भी वक्त आदेश आने पर फटाफट जा सकें। युद्धग्रस्त यूक्रेन में मेडिकल के छात्र बड़ी संख्या में फंसे हैं। उर्वशी के पिता पूर्व विधायक डॉ एनएस जंतवाल के अनुसार जिस दिन से यूक्रेन में रूसी सैन्य हमले शुरू हुए उन्होंने घर का टीवी ही बंद कर दिया।  नैनीताल में कुर्मांचल बैंक में सेवारत विवेक जोशी व मल्लीताल बड़ा बाजार के व्यवसायी प्रेम सिंह बिष्ट की बेटी भी यूक्रेन में फंसी हैं।

मैगी, पिज्जा खाकर कट रही रात

उर्वशी ने स्वजनों को बताया कि वह लोग मैगी, पिज्जा व ब्रेड खाकर दिन काट रहे हैं। यूक्रेन की सरकार के आदेश पर छात्रों ने खाने की व्यवस्था तो की लेकिन अब स्थिति खराब होने के बाद चंद दिनों के लिए ही इंतजाम बचे हैं।

उत्तराखंड