नैनीताल : कृषि कानून के विरोध में किसान संयुक्त मोर्चा ने आज भारत बंद का ऐलान किया है। ऊधमसिंहगनर जिले में इसका असर सुबह से ही दिखने लगा है। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकान खुली हैं । सड़कों पर सामान्य दिनों की अपेक्षा सन्नाटा पसरा है। वहीं नैनीताल में बंद का कोई असर नजर नहीं आ रहा है। शहर की दुकानें रोज की तरह सामान्य तौर पर खुली हैं।
किसान लंबे समय से कृषि कानून के विरोध में आंदोलनरत हैं। जिसके चलते यह तीसरी बार है जब किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद का ऐलान किया गया है। किसानों के के समर्थन में सभी किसान संगठन, व्यापार संगठन, निजी परिवहन संगठन एवं राजनीतिक दल शामिल हैं। वैसे तो सोमवार को रुद्रपुर में साप्ताहिक बंदी होती है, लेकिन आवश्यक वस्तुओं की दुकाने खुली रहती हैं। भारत बंद को लेकर बाजार पूर्णतः बंद है। सुबह सिर्फ जरूरी सामान लेने के लिए लोग घरों से निकले।
डीडी चौक, इंदिरा चौक, गावा चौक, नैनीताल रोड, काशीपुर बाईपास रोड सहित अन्य मार्गों पर सन्नाटा है। आवयश्क वस्तुएं सब्जी, दूध, दवा, फल लेने वाले ही दिखे। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय जुनेज ने कहा कि व्यापारी किसानों के साथ हमेशा से खड़े हैं और खड़े रहेंगे। इधर किसानों ने सभी से बाजार बंद, दुकाने बंद, वाहनों का परिचालन बंद रखने की अपील कर रहे हैं। सड़कों पर अभी इक्का दुक्का लोग दिख रहे हैं। बताया जा रहा है नौ बजे से व्यापक असर दिखेगा।
नैनीताल में बाजार, होटल सब खुले
तीन किसान कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद का नैनीताल में कोई असर नहीं है। यहां बाजार, होटल समेत अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान रोज की तरह खुले हैं। पर्यटन गतिविधियां भी बेरोकटोक जारी है। यहां व्यापार मंडल तल्लीताल, मल्लीताल व नयना देवी व्यापार मंडल ने बंद को लेकर ना तो आह्वान किया, ना ही कोई बैठक की। किसान बाहुल्य मंगोली, बजुन, पंगोट में भी दुकानें खुली हैं। समीपवर्ती ग्रामीण इलाकों के किसानों की आंदोलन में किसी तरह की भूमिका अब तक नजर नहीं आई। तल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष मारुति साह, मल्लीताल के व्यापारी नेता जगदीश बवाड़ी के अनुसार बाजार रोज की तरह खुले हैं और बंद को समर्थन नहीं है।