मेट्रो सिटी में नौकरी छोड़ मशरूम उत्पादन से बने आत्मनिर्भर, पीएम मोदी ने भी की तारीफ

मेट्रो सिटी में नौकरी छोड़ मशरूम उत्पादन से बने आत्मनिर्भर, पीएम मोदी ने भी की तारीफ

उत्तराखंड के नई टिहरी में डडुर गांव के सुशांत उनियाल ने मेट्रो सिटी की नौकरी छोड़कर गांव में मशरूम उत्पादन शुरू कर स्वरोजगार अपनाया तो उनकी यह मेहनत धीरे-धीरे रंग लाने लगी। वर्ष 2017 में उन्होंने प्रयोग के तौर पर मशरूम का उत्पादन शुरू किया था। आज वह मशरूम से अच्छी-खासी आय अर्जित कर रहे हैं।

उनके इस प्रयास की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी काफी सराहना की है। दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर की नौकरी छोड़कर अपने गांव में मशरूम का व्यवसाय शुरू करने वाले चंबा निवासी डडुर गांव के सुशांत ने अपने भाई इंजीनियर प्रकाश उनियाल के साथ मिलकर 2019 में व्यवसायिक तौर पर मशरूम उत्पादन शुरू किया था।
 
तब दोनों ने दूसरे साल 2020 में ही 80 कुंतल का उत्पादन कर 14 लाख रुपये का टर्नओवर हासिल किया था। जिससे उनके इस प्रयास की गांव-गांव चर्चा होने लगी तो बात प्रधानमंत्री तक पहुंच गई। दिल्ली के इंद्रप्रस्थ विवि से पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई कर चुके सुशांत ने बताया कि दोनों भाईयों ने 2017 में गांव में आकर प्रयोग के तौर पर मशरूम की खेती शुरू की।

2019 में गांव में व्यवसायिक यूनिट लगाई
प्रयोग सफल रहा तो एमआईडीएस (मिशन फॉर इंटिग्रेटेड हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट) योजना के तहत 2019 में गांव में व्यवसायिक यूनिट लगाई। जहां उन्होंने वर्ष 2020 में 80 कुंतल और 2021 में 90 अब तक कुंतल ढिंगरी मशरूम का उत्पादन किया है।

लगन और मेहनत से अच्छी कमाई कर रहे सुशांत रिवर्स पलायन का शानदार उदाहरण हैं। उन्होंने अपने गांव छोड़कर मेट्रो सिटी में पलायन करने वाले युवाओं के लिए स्वरोजगार की नई मिशाल पेश की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके इन प्रयासों की खूब प्रशंसा की है। सोमवार को पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि डिजिटल ट्रांसफर कार्यक्रम के दौरान डीएम कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुशांत के प्रयासों की प्रशंसा की। पीएम ने उनसे कहा कि मन लगाकर काम करो आपको और सफलता मिलेगी। पीएम से बात कर सुशांत काफी उत्साहित दिखे।

उत्तराखंड