रूद्रप्रयाग में मिलावट करने वालों के अब खैर नहीं

रुद्रप्रयाग श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को खाद्य सामग्री में किसी प्रकार की कोई मिलावट न हो इसके दृष्टिगत जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निरंतर चैकिंग अभियान चलाते हुए मिलावट करने वालों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
अभिहीत अधिकारी मनोज कुमार सेमवाल ने अवगत कराया है कि स्वास्थ्य मंत्री एवं जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में आज यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ावों, बाजारों, पर्यटक स्थलोें में मिलावट की रोकथाम व आम उपभोक्ताओं को खाद्य सुरक्षा के बारे में विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान हेतु चरणबद्ध तरीके से प्रवर्तन जन जागरूकता हेतु मुख्यालय से उच्च अधिकारियों की भी तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि आज जनपद रुद्रप्रयाग में उपायुक्त पीसी कंडवाल, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी पवन कुमार, एसडीए बिजिलेंस जगदीश रतूड़ी, संजय नेगी, योगेंद्र नेगी तथा उनके द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग के चोपता, विनियाकुंड, पनगेर, दुगलबिट्टा, पौथीबासा, सारी, ऊखीमठ आदि बाजारों में संचालित प्रतिष्ठानों, जिनमें मुख्यतः होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट, कैम्प, रिर्सोट तथा थोक फुटकर बिक्रेता शामिल हैं का निरीक्षण कर अस्वास्थ्य कर दशाओं में विक्रय कर रहे दो प्रतिष्ठानों को नोटिस सुधार हेतु निर्गत किए गए।
उन्होंने अवगत कराया है कि निरीक्षण के दौरान चोपता बाजार में टीम द्वारा समस्त कारोबार कर्ताओं 20 को खाद्य सामग्री के रख रखाव, भोजन निर्माण संबंधी खाद्य सुरक्षा मानकों की जानकारी दी गई। कालातीत खाद्य सामग्री पाए जाने पर एक खाद्य कारोबारीकर्ता को नोटिस निर्गत करते हुए 40 बोतलें शीतल पेय को नष्ट करवाया गया। साथ ही भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य सामग्री में जो कि सिंगल यूज प्लास्टिक की पैकेजिंग में विक्रय हेतु रखी पाई गई है उनको पर्यटकों को विक्रय करने से पूर्व उनका निस्तारण समुचित स्थल/डस्टबिन में करने के निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान खाद्य तेल, मसाले, नमक, दालें आदि खाद्य पदार्थों के लेवल की पैकिंग की गई व खाद्य पदार्थों के समुचित रख रखाव व किचन में स्वच्छता, पीने के पानी, के रख रखाव का भी निरीक्षण कर मानकों के पालन हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने बताया कि आज चोतपा से ऊखीमठ तक कुल 28 प्रतिष्ठानों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संग्रहित नमूने जांच हेतु राजकीय विश्लेषणशाला को भेज दिए जाएंगे तथा जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि चैकिंग की कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।

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