• आईआईएम काशीपुर और टाइम्सप्रो ने संयुक्त तौर पर ईएमबीए (एनालिटिक्स) के तीसरे बैच की शुरुआत की, प्रोफेशनल्स के इस बैच में 15 राज्यों और 20 से अधिक क्षेत्रों के विद्यार्थी, इनमें 30 फीसदी छात्राएं
देहरादून/ काशीपुर: भारतीय प्रबंधन संस्थान काशीपुर ने उच्च शिक्षा से संबंधित प्लेटफॉर्म टाइम्सप्रो के सहयोग से एक्जीक्यूटिव मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एनालिटिक्स) के अपने तीसरे बैच की शुरुआत की है। कामकाजी लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया दो साल का यह कार्यक्रम एनालिटिक्स में नियमित एमबीए के समान गहन पाठ्यक्रम और क्रेडिट प्रदान करता है।
बैच में 30 फीसदी छात्राओं के साथ एक्जीक्यूटिव मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एनालिटिक्स) के तीसरे बैच में अलग-अलग इलाकों और पृष्ठभूमि और विशेषज्ञता से जुड़े विद्यार्थी शामिल हैं। कम से कम 55 प्रतिशत कामकाजी पेशेवरों के पास 5 वर्षों से अधिक का कार्य अनुभव है, जो 14 भारतीय राज्यों और सऊदी अरब से हैं और फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, लीगल, एजुकेशन, बायोटैक्नोलॉजी, एनर्जी, बीएफएसआई, फैशन, गवर्नमेंट रिलेशंस सहित विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं।
उनका चयन एक कड़ी स्क्रीनिंग प्रक्रिया के माध्यम से किया गया, जिसका समापन एक साक्षात्कार में हुआ। इस तरह असाधारण योग्यता और क्षमता वाले उम्मीदवारों का प्रवेश सुनिश्चित हुआ।
दो-वर्षीय हाइब्रिड ईएमबीए (एनालिटिक्स) आईआईएम काशीपुर के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है जो एक मल्टी-डिसिप्लीनरी डिग्री प्रदान करता है। यह पाठ्यक्रम इंडस्ट्री 4.0 के स्टैंडर्ड में पनपने के लिए क्रॉस-फ़ंक्शनल कौशल उपलब्ध कराता है। यह कोर्स एक ऐसे मिड-करियर पेशेवर के लिए स्प्रिंगबोर्ड के रूप में काम करता है जो विकास पर नजर रख रहा है और नए कौशल हासिल कर रहा है।
प्रोफेसर सोमनाथ चक्रवर्ती, अकादमिक डीन, प्रो कुणाल गांगुली, डीन डेवलपमेंट, ईएमबीए (एनालिटिक्स); चेयरपर्सन सुनील कुमार जौहर ने टाइम्सप्रो के सीईओ अनीश श्रीकृष्ण और टाइम्सप्रो के सीबीओ-एक्जीक्यूटिव एजुकेशन सुनील सूद के साथ विद्यार्थियों के नए बैच का स्वागत किया।
प्रो. कुणाल गांगुली, डीन डेवलपमेंट ने इस अवसर पर कहा, ‘‘65 छात्रों का यह बैच 14 अलग-अलग राज्यों से और विभिन्न कौशल और अनुभवों के साथ आता है। उनमें से अधिकांश पहले से ही इंफोसिस, टीसीएस, थॉमसन रॉयटर्स, अमेज़ॅन, एडोब, अमेरिकन एक्सप्रेस और कई अन्य जैसी शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 24 महीनों में, आप ऐसे कौशल हासिल करेंगे, जो न केवल आपकी कार्य क्षमता को बढ़ाएंगे बल्कि आपके अंदर नेतृत्व कौशल भी पैदा करेंगे। इस पाठ्यक्रम को आज के व्यवसायों की तेजी से बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पाठ्यक्रम ने कॉर्पाेरेट दुनिया के अनेक पेशेवरों को बिजनेस एनालिटिक्स क्षेत्र में अपने कौशल को आगे बढ़ाने और इस कौशल को अपनी नौकरियों और करियर में प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद की है।’’
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सोमनाथ चक्रवर्ती ने ईएमबीए एनालिटिक्स कार्यक्रम के दौरान हासिल किए गए महत्वपूर्ण कौशल को अपने प्रोफेशनल जीवन में इंटीग्रेट करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इंडस्ट्री में भविष्य के अग्रणी लोगों के विकास के लिए लीडरशिप, बिजनेस एनालिटिक्स और क्रिटिकल थिंकिंग जैसे कौशल को निखारने पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘आईआईएम काशीपुर पूरी जिम्मेदारी के साथ फ्यूचर लीडर्स को मौजूदा दौर में प्रासंगिक कौशल से लैस करते हुए उन्हें अपेक्षित ज्ञान और कौशल प्रदान करके उनका विकास करना चाहता है। इसी दिशा में एनालिटिक्स में ईएमबीए डेटा-संचालित अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण और अत्यंत जरूरी कौशल विकसित करेगा, जिससे डेटा एनालिटिक्स के आंतरिक उपयोग के आधार पर पूर्वानुमान लगाने, रणनीति बनाने और योजनाओं को क्रियान्वित करने में कुशल लोगों की एक नई पीढ़ी को जन्म मिलेगा। हमारा मानना है कि सभी क्षेत्रों में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के बीच, भविष्य के नेताओं को नवीन व्यावसायिक पद्धतियों से अच्छी तरह सुसज्जित होना चाहिए, जिसमें निर्णय लेने की प्रक्रिया में एनालिसिस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’’
टाइम्सप्रो के सीईओ अनीश श्रीकृष्ण ने कहा, ‘‘बदलती दुनिया में ऐसे लोगों की जरूरत होगी, जो अपने संगठनात्मक विकास पर महत्वपूर्ण छाप छोड़ने के लिए अलग-अलग कौशल से पूरी तरह लैस होंगे। दुनियाभर मंे जो बदलाव हो रहे हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए प्रोफेशनल लोगों के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे लीडरशिप से भी आगे बढ़ते हुए अपने कौशल को बढ़ाने पर फोकस करें और विशेषज्ञता को विकसित करें। ईएमबीए एनालिटिक्स की डिग्री डेटा एनालिटिक्स के साथ नेतृत्व और क्रॉस-फ़ंक्शनल दक्षताओं को मिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ठोस परिणामों की दिशा में निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।’’
ईएमबीए एनालिटिक्स के पिछले बैच में 83 छात्रों का समूह था, जिसने इस वर्ष अप्रैल में अपनी डिग्री प्राप्त की। इनमें 25 प्रतिशत छात्राएं भी शामिल थीं। उत्तीर्ण छात्रों में से 73 प्रतिशत के पास इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि थी, 13 प्रतिशत के पास कृषि, कला, अर्थशास्त्र, हॉस्पेटिलिटी मैनेजमेंट, मार्केटिंग, मीडिया और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, 5 प्रतिशत के पास फाइनेंस, 5 प्रतिशत के पास हेल्थकेयर, और 4 प्रतिशत के पास साइंस की पृष्ठभूमि थी।
9 से 16 वर्षों के कार्य अनुभव की औसत अवधि के साथ, कुछ चयनित छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव हासिल करने के लिए ग्रीस में अल्बा ग्रेजुएट बिजनेस स्कूल का दौरा करने का अवसर दिया गया।
ईएमबीए (एनालिटिक्स) के चेयरपर्सन सुनील कुमार जौहर ने दोहराया कि आईआईएम काशीपुर एकमात्र आईआईएम है जो हाइब्रिड लर्निंग के माध्यम से एक्जीक्यूटिव एमबीए एनालिटिक्स में कामकाजी पेशेवरों को नियमित डिग्री प्रदान करता है। यह पाठ्यक्रम बिजनेस एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजी जैसे उभरते डोमेन पर केंद्रित है।
इस पाठ्यक्रम में सीखने के लिए 900 घंटे का प्रावधान शामिल हैं, इस अवधि को छह ऑन-कैंपस मॉड्यूल में बांटा गया है, प्रति सत्र दो साल की अवधि में 25 दिनों तक फैला हुआ है। कार्यक्रम टाइम्सप्रो के अत्याधुनिक इंटरएक्टिव लर्निंग (आईएल) प्लेटफॉर्म के माध्यम से संचालित किया जाएगा और डायरेक्ट-टू-डिवाइस (डी2डी) मोड में वितरित किया जाएगा।
सफल समापन पर, प्रतिभागियों को मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एनालिटिक्स) की डिग्री से सम्मानित किया जाएगा और आईआईएम काशीपुर के पूर्व छात्र का दर्जा दिया जाएगा, जिससे वे मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के एक प्रतिष्ठित नेटवर्क का हिस्सा बन जाएंगे।