देहरादून: विश्वभर में प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के शुरू होने में अब एक माह का समय बाकी है। इसी क्रम में अब चारधाम यात्रा की तैयारियां भी जोरों पर हैं। कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद माना जा रहा है कि इस बार यात्रा में अधिक उत्साह देखने को मिल सकता है।
तीन मई को अक्षय तृतीया पर चारधाम यात्रा का शुभारंभ
वहीं चारधाम यात्रा के लिए बुकिंग भी जोरों पर है। करीब 40 से 80 प्रतिशत तक होटल बुक हो चुके हैं। इस साल तीन मई को अक्षय तृतीया पर चारधाम यात्रा का शुभारंभ होगा।
इस दिन खुलेंगे कपाट
तीन मई को यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को वृश्चिक लग्न में सुबह 6.25 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे।
पांच मई को रात्रि विश्राम के लिए धाम पहुंचेगी केदार बाबा की डोली
एक मई को ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ धाम के रक्षक भुकुंट भैरव (भैरवनाथ) की पूजा होगी। दो मई को बाबा की उत्सव डोली गुप्तकाशी, तीन मई को फाटा, चार मई को गौरीकुंड और पांच मई को रात्रि विश्राम के लिए केदारनाथ धाम पहुंचेगी। छह मई को सुबह धाम के कपाट खोले जाएंगे।
हेली सेवाओं का किराया नहीं बढ़ेगा
वहीं यात्रियों के लिए राहत यह रहेगी कि इस बार भी केदारनाथ धाम के लिए संचालित होने वाली हेली सेवाओं का किराया नहीं बढ़ेगा। इसका कारण प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2020 में कंपनियों से तीन साल का अनुबंध करना है। इस कारण किराया इस साल भी यथावत रहेगा।
केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं केदारघाटी के फाटा, सिरसी और गुप्तकाशी में बनाए गए अस्थायी हेलीपैड से संचालित की जाती हैं। यात्रा शुरू करने से पहले कार्यालय महानिदेशक नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) इनका सर्वे करता है। सर्वे के बाद ही हेली सेवा का संचालन शुरू होता है।